अब कोरोना वाली कॉलर ट्यून से मिलेगी मुक्ति, सरकार ने दिए ‘बंद’ करने के आदेश

नई दिल्ली। पिछले एक महीने से कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी आई है। रविवार को देशभर में कोरोना के 1270 नए मामले सामने आए जबकि 31 लोगों की मौत भी हुई। यह आंकड़ा पिछले दो साल या जब से कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है, तब के मुकाबले सबसे कम है। इसलिए देखा जाए तो कोरोना का कहर अब लगभग रुक गया है। ऐसे में सभी तरह की पाबंदियां हटाई जा रही हैं। 31 मार्च से देश भर में कोरोना से संबंधित सभी पाबंदियों को हटाने के निर्देश दिए गए हैं। अब फोन पर बजने वाली कोरोना कॉलर ट्यून को भी हटाने का निर्देश दिया गया है।

एएनआई की खबर के मुताबिक बहुत जल्दी कोरोना से संबंधित कॉलर ट्यून को हटा दिया जाएगा। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। फिलहाल फोन करने से पहले कोरोना से संबंधित कॉलर ट्यून बजती है जिसमें अमिताभ बच्चन की आवाज में कोरोना से बचने की सलाह दी जाती है।

दूरसंचार मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय को लिखा पत्र
जब से देश में कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है, तब से कोरोना कॉलर ट्यून फोन करने से पहले बजती है। इसमें मास्क पहनने और दो गज दूरी रखने की बात कही जाती थी। इसके बाद जब वैक्सीन आई तो वैक्सीन लगाने के संदेश प्रसारित किए जाते थे। इतना ही नहीं, सार्वजनिक जगहों पर भी कोरोना से संबंधित अनांउसमेंट बजते थे, लेकिन अब यह नहीं बजेंगे। सूत्रों के मुताबिक दूरसंचार मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय को पत्र लिखकर इस संबंध में सलाह मांगी है।

हालांकि कोरोना के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए कोविड-19 कॉलर ट्यून का प्रसारण फोन लगाने से पहले होता है, लेकिन कई बार लोगों को इससे दिक्कत होने लगती है। कई बार जब लोगों को इमरजेंसी में किसी को फोन करना होता है, तब इस तरह की चीजें बजती हैं तो काम में देरी होती है। हालांकि पोस्टपेड कनेक्शन में कई बार कोरोना संदेश को नहीं सुना जाता है। कई बार प्री पेड सर्विस में भी यही होता है, लेकिन अधिकांश समय किसी को फोन करने से पहले कोरोना कॉलर ट्यून बजती है। इससे परेशानी होती है। संचार मंत्रालय ने अपने पत्र में लिखा है कि कॉलर ट्यून को जारी रखने से आपात स्थिति में उपभोक्ता को फोन करने में दिक्कत होती है। चूंकि अब कोरोना के मामले बहुत कम हो गए हैं, इसलिए इसे क्यों न बंद कर दिया जाए।