दिलेर कलेक्टर की दरियादिली..दरिया पार कर पहुंची गांव… 

[highlight color=”red”]प्रदेश के कलेक्टरों के लिए बनी मिशाल[/highlight]

[highlight color=”black”]वादा निभाने पहुची घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र [/highlight]

[highlight color=”red”]ओवरफ्लो एनीकट पार कर पहुची गांव [/highlight]

[highlight color=”blue”]समाचार के नीचे देखिए कलेक्टर के नदी पार करने के कुछ रोचक फोटोग्राफ[/highlight]

[highlight color=”black”]रायपुर/कांकेर [/highlight]

छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की महिला कलेक्टर शम्मी आबीदी ने वो कर दिखाया जो आम तौर पर कोई भी कलेक्टर करने का साहस नहीं करता है । दरअसल [highlight color=”black”]कलेक्टर शम्मी आबीदी[/highlight] जिले के नक्सल प्रभावित दुर्गूकोन्दल विकासखण्ड के कोडेकुर्से गाँव जाना था लेकिन कलेक्टर के दौरे के समय रास्ते में पड़ने वाली नदी का पानी उफान पर था,लिहाजा कलेक्टर पैदल ही नदी पार करने का मन बना लिया क्योकि कलेक्टर शम्मी आबीदी के मुताबिक़ उन्होंने गांव वालों से उनके गाँव आने का वादा किया था, इसलिए एनीकेट में बहते पानी को पार कर गाँव पहुच गई।

[highlight color=”green”]पंद्रह साल बाद पंहुचा कोई कलेक्टर [/highlight]

गौरतलब है की इस गाव में शम्मी आबीदी के पहले 2001 में यानी 15 साल पहले इस गाँव में कलेक्टर का दौरा हुआ था। इस बीच किसी ने भी यहां के ग्रामीणों की सुध नहीं ली थी लेकिन कलेक्टर शम्मी आबीदी के वहा पहुचने के बाद गांव के लोगो के चेहरों की रंगत बदल गई और लोगो ने पन्द्रह साल बाद अपने गाव में किसी कलेक्टर को देखा, इधर गाँव में पहुंचकर कलेक्टर, ने गंभीरता से लोगों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया और अधिकारियों को तत्क़ाल उस पर अमल करने का आदेश दिया। कलेक्टर जिस गाँव में लोगों की समस्या सुनने पहुंची थीं वो अतिसंवेदनशील नक्सल प्रभावित इलाका है। बहरहाल ग्रामीणों से किये गए वादे को निभाने कलेक्टर ने जान जोखिम में डाल अपना वादा निभाना वाजिफ समझा ।

[highlight color=”red”]देखिए एनीकट पार करती कलेक्टर की कुछ फोटो [/highlight]