जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ का नवीन जिला सक्ती क्षेत्र जुआ, सट्टा सहित अवैध कार्यो को लेकर राज्य भर में बदनाम है. बावजूद इसके पुलिस प्रशासन अवैध कार्यो को रोकने कोताही बरत रही है. इससे अवैध कारोबारियों के हौसलें बुलंद है. वे बेझिझक होकर अवैध कार्य को अंजाम दे रहे है. इससे पुलिस प्रशासन की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सक्ती थाना क्षेत्र में इनदिनों बड़े रूप में जुए का फड़ लग रहा है. सक्ती के एक नामी जुआरी द्वारा इस फड़ का संचालन किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, जुआरी द्वारा दूर-दूर के जुआरियों को नया बस स्टैण्ड सक्ति पर बुलाया जाता है. इसके बाद सभी जुआरियों का मोबाइल फोन पास के दुकान में रखवा दिया जाता है और खाने-पीने की समाग्री रख एक से डेढ़ किमी दूर खेतो में जाकर फड़ लगाया जाता है. जहां ताश के पत्तों पर हजारों लाखों के दाव लगता है. उसके द्वारा रोजाना जगह बदल बदलकर जुए का फड़ लगाया जा रहा है. जहां रायगढ़, जांजगीर, मस्तुरी व सक्ति के आस-पास से 50 से 60 जुआरी पहुंच रहे है. यह खेल काफी समय से क्षेत्र में संचालित है. इसी तरह सक्ति नगर के एक नामी नेता नेतागिरी का धौस दिखाकर आईपीएल क्रिकेट मैच में सट्टा खिलाने के काम करता है ।आईपीएल मैच शुरू होने से पहले पुलिस एवं अन्य लोगों को मैनेज भी करता है । क्योंकि पहले व्यवस्था बन जाने का चलते इनपर कार्यवाही नहीं होती । जिसके चलते इनका हौसला बुलंद है । छोटे-मोटे सटोरियों पर पुलिस कार्रवाई कर वाहवाही लूटती है । लेकिन अभी तक बड़े सटोरियों तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंची है सक्ति पुलिस को इसकी जानकारी भी है ।बावजूद हिम्मत नहीं है कि सटोरियों के गिरेबान तक पुलिस पहुंच सके ।सक्ति नगर में छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सभी को जानकारी है कि सट्टा किंग के नाम से मशहूर जनप्रतिनिधि आई पी एल क्रिकेट मैच शुरू होने से पहले मीडिया के लोगो को भी मैनेज करता है। जिसके कारण अखबार में उसकी काली करतूत नही छपती। सक्ती थाना प्रभारी रूपक शर्मा और एसडीओपी तस्लीम आरीफ को इसकी भनक तक नहीं है. पूछने पर दोनों अधिकारी इस मामले से पूरी तरह अनभिज्ञ है. और फोटो, विडियों या लोकेशन देने की बात की जाती है, जिसके बाद ही इनकी तरफ से कोई कार्रवाई की जाएगी. वहीं अन्य मामलों में इनकी सजगता देखते बनती है.
पुलिस कृपा बगैर अवैध कार्य संभव नहीं..
वरिष्ठ पत्रकार और समाज सेवियों के अनुसार जुआ़, सट्टा खिलाना और मादक पदार्थो की बिक्री पुलिस मिली भगत के संभव नहीं है. वरना पुलिस अवैध कारोबार को तुरंत बंद करा देगी. पुलिस को चढ़ावा देने के बाद ही कोई काला धंधा चला पाता है. वरना खाकी अवैध कारोबारियों के नाक में दमकर देगी. पुलिस के हाथ लंबे जरूर होते है लेकिन इसका इस्तेमाल तभी होता है जब इन्हें फायदा नहीं होता.
ब्याज का धंधा जोरो पर..
जुआ फड़ लगने से साहूकारों का धंधा खूब फल फूल रहा है. साहूकार बड़ी रकम लेकर फड़ में पहुंचते है. जुआरी जुए में रकम हारने के बाद, तुरंत लंबे प्रतिशत ब्याज दर पर रकम मिल जाता है जिससे फिर वह जुआ खेलने लग जाता है. इस ब्याज की रकम के चलते कई घर टूट कर बिखर चुके है और वहीं ब्याज देने वाले साहूकार मोटी कमाई कर रहे है. जिसमें युवा पीढ़ी सबसे ज्यादा बर्बाद
हो रही है.
vc_row]