दुल्हा-दुल्हन समेत चार की मौत…… खुशियाँ बदली मातम में

अम्बिकापुर

सूरजपुर जिले के विश्रामपुर के समीपस्थ ग्राम रतनपुर से उदयपुर के सलका में पईगाराम की बेटी की कल बारात आई थी और रात भर चले  विवाह कार्यक्रम के बाद आज सुबह दुल्हा दुल्हन समेत बारात की विदाई हो गई। विदाई के बाद दुल्हा दुल्हन समेत सभी बाराती रतनपुर वापस लौट रहे थे , कि तभी  रिखी गांव के पास मोड़ में स्कार्पियो अनियंत्रित होकर पलट गई और इस हादसे मे दुल्हा दुल्हन समेत चार लोगो की मौत हो गई , स्कार्पियो मे सवार अन्य घायल अम्बिकापुर जिला चिकित्सालय में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे है। गौरतलब है कि हादसे के वक्त वाहन चालाक शाराब के नशे मे था।IMG-20160520-WA0004(1)

कल शाम बारात आई और आज सुबह विदाई के बाद दुल्हा दुल्हन की सडक हादसे मे मौत हो गई। ये दर्दनाक हादसा उदयपुर के रिकी गांव के नजदीक आज सुबह उस वक्त हुआ, जब शादी की विदाई के बाद दुल्हा दुल्हन समेत सभी बाराती विश्रामपुर के रतनपुर गांव के लिए रवाना हुए। बारात की विदाई के बाद जैसे वर वधु का स्कार्पियो वाहन रिखी गांव के पास पंहुचा, तभी एक मोड मे स्कार्पियो वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। जिसमे दुल्हा दुल्हन समेत चार लोगो की तो घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी। वही हादसे मे घायल तीन लोगो को स्थानिय लोगो की मदद से संजीवनी 108 से इलाज के लिए जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया है। स्कार्पियो वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर पुलिस को दी गई, लेकिन इस भीषण हादसे को देखते हुए स्थानिय लोगो ने पुलिस के आने से पहले ही घायलो को इलाज के लिए रवाना कर दिया। घायलों का इलाज अम्बिकापुर जिला अस्पताल में किया जा रहा है वही दूसरी ओर मृतकों को पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

शादी विवाह में शराब पीना और पिलाना ,, खासकर सरगुजा की शादी परंपरा का एक हिस्सा सा बना गया है। लेकिन कई बार विवाह सामारोह मे ये प्रचलन घराती और बराती दोनो के लिए महंगा पड़ जाता है । और ऐसा ही एक बार फिर हुआ जब शराब के नशे में धुत्त ड्रायवर की शराबखोरी ने  चार जिंदगी ही नही ,बल्कि दो परिवारों की ज़िंदगी में भूचाल ला दिया है। वीर और रीता दोनों चंद घंटो पहले ही परिणय सूत्र में बंधे थे ,, लेकिन शराबी ड्रायवर की लापरवाही से दोनों की इह लीला समाप्त कर दी ।  मृतक के परिजनों ने भी अगर सावधानी बरतते हुए वाहन चालक को वाहन चलाने से रोका होता तो शायद यह भीषण हादसा टल गया होता । लेकिन  कहते है कि किस्तम से ज्यादा और समय से पहले किसी को कुछ मिला नही है… लिहाजा शादी के बाद चंद कदमो का फासला तय करते ही परिणय सूत्र मे बंधे नव दंपत्ति की जीवन लीला समाप्त हो गई। और दो परिवारो मे मातम पसर गया।

  • खून से लाल हुई मेंहदी

इस हृदय विदारक घटना को देख सभी की आंखे नम हो गई। जिस खुषहाली से वर-वधू ने अपने हाथों में मेंहदी लगाकर अपनी आने वाली जिंदगी के सपने संजोय थे वह पल भर में न सिर्फ चकनाचूर हो गये, बल्कि उनकी मेंहदी भी खून से लाल हो गई। पोस्टमार्टम कक्ष के सामने वर-वधू के शादी के जोड़ों को लहुलूहान देखकर उस व्यक्ति की आंखे भी डबडबा गई जिसने अपने जिंदगी में हजारों पोस्टमार्टम किये है।

  • माता-पिता लेकर पहुंचे कफन

जिस लाडली बेटी को पूरे जीवन भर हर खुषियां माता पिता ने दी और अच्छे तरीके से उसका विवाह भी कराया। कलेजे पर पत्थर रखकर एक माता-पिता अपनी लाडली की विदाई करता है। वही आज रीता  के माता बिरंची व पिता दिलभरन ने किया था। उन्हे क्या मामूल था कि उनकी बेटी को वे हमेषा के लिए विदा कर रहे है। विवाह के बाद की विदाई के आंसू अभी थमे ही नही थे कि इतनी बड़ी दुर्घटना घट गई। दुर्घटना के बाद न सिर्फ रीता के माता पिता बल्कि वीर बहादूर के माता पिता खून के आंसे रोते हुये हाथ में जब विवाह के जोड़े पर कफन डाल रहे थे तो  देखने वालों की रूह कांप गई।