अब बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम के लिए सडक पर नजर आएगें अधिकारी-कर्मचारी

जशपुरनगर जिले में बाल भिक्षावृत्ति के प्रभावी रोकथाम के लिए 1 सितम्बर से 15 सितम्बर तक सघन अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला और जनपद स्तरीय दल का गठन किया गया है। दल में पुलिस विभाग, नगर निकाय, श्रम विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, एकीकृत बाल संरक्षण इकाई और स्वयंसेवी संस्था चाईल्ड लाईन के पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। दलों के द्वारा विभिन्न धार्मिक स्थलों, बस स्टैण्ड, पर्यटन स्थलों, मुख्य बाजारों, ट्रैफिक सिग्नलों और अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर बचाव अभियान चलाया जाएगा।

महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि भिक्षावृत्ति में संलग्न बेसहारा बच्चों की दुर्दशा जैसे उत्तर जीविता, भोजन, पानी, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन बच्चों के आर्थिक, लैंगिक एवं अन्य प्रकार के शोषण, बंधक होने अथवा मानव तस्करी होने की आशंका बनी रहती है। उन्होंने बताया कि किशोर न्याय अधिनियम 2015 के अनुसार भिक्षावृत्ति में लिप्त बालक को देखरेख एवं सरंक्षण की आवश्यकता वाला बालक माना गया है। ऐसे बालकों को समितियों के माध्यम से उनके पुनर्वास, समाज में एकीकरण का प्रावधान कर उन्हें संरक्षण प्रदान करना, शिक्षा एवं अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बाल भिक्षावृत्ति की प्रभावी रोकथाम के लिए 1 सितम्बर से 15 सितम्बर तक 15 दिवस का सघन अभियान संचालित किया जाना