जब यूनिफार्म और स्कूल बैग लिए बच्चो की हो रही थी मानव तस्करी……

जशपुरनगर(तरूण प्रकाश)29 अगस्त 2017 को पत्थलगांव में पदस्थ जशपुर यातायात पुलिस के दो आरक्षकों ने पत्थलगांव बस स्टैंड से इलाहाबाद जा रहे 03 नाबालिग बच्चों को बचाकर समझाइश देते हुये उनके परिजनों के सुपूर्द किया।

पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री प्रशांत सिंह ठाकुर के द्वारा जिले में मानव तस्करी की रोकथाम के लिये चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों का असर पुलिस की सक्रियता एवं जनता की जागरूकता के रूप में सामने आ रही है। जिले की पुलिस लगातार मानव तस्करी के पुराने प्रकरणों में तो सफलता प्राप्त कर ही रही है, साथ ही साथ कई बच्चों को मानव तस्करी का शिकार होने से भी बचाने में सफल रही है। दिनांक 29.08.2017 को यातायात पुलिस के 02 आरक्षकों के सतर्कता एवं सूझ-बूझ के कारण ही जिले के दुलदुला क्षेत्र के 03 नाबालिग बच्चे जो अपनी स्कूल की पढ़ाई-लिखाई छोड़कर काम की तलाश में इलाहाबाद जाने के लिये बस स्टैंड पत्थलगांव पहुंचे थे, उन्हें स्कूल के यूनिफार्म एवं बस्ता के साथ देखकर दोनों आरक्षकों को संदेह होने से उन्हें अपने पास बैठाकर पूछताछ करने पर पता चला कि तीनों नाबालिग बच्चे दुलदुला क्षेत्र के करमटोली और कुरूमकेला ग्राम के रहने वाले हैं और अच्छा काम और पैसा कमाने के लिये घर में बिना बताये अपनी मर्जी से पढ़ाई छोड़कर इलाहाबाद जा रहे थे। उनके बताये पता के अनुसार उनके परिजनों से संपर्क कर उन्हें पत्थलगांव बुलाया गया एवं समझाईस देकर उनके सुपूर्द किया गया।
अपनी सूझ-बूझ व सक्रियता से 03 नाबालिग बच्चों को मानव तस्करी का शिकार होने से बचाने वाले यातायात पुलिस के आरक्षक सतीश मिंज एवं दिलीप के कार्य की प्रशंसा करते हुये पुलिस अधीक्षक जशपुर श्री प्रशांत सिंह ठाकुर ने पुरष्कृत करने की घोषणा की है।