विदिशा.. सम्राट बनने के पूर्व अशोक यहां के रह चुके है राज्यपाल

 

विदिशा, उदयगिरी गुफाएं, ग्यारसपुर तथा उदयपुर

भोजपुर : विदिशा, बेसनगर तथा भेलसा के नाम से प्रसिद्ध यह क्षेत्र प्राचीन इतिहास की समृद्ध धरोहर के रूप में सांची से केवल 10 कि.मी. दूर बेतवा और बेस नदियों के बीच अवस्थित है। यह क्षेत्र शुंग, नाग, सातवाहन तथा गुप्त सम्राटों के अधीन रहकर अत्यंत समृद्धि को प्राप्त हुआ था। सम्राट बनने के पूर्व अशोक यहां के राज्यपाल रहे थे। विदिशा का उल्लेख महाकवि कालिदास की महान कृति मेघदूत में मिलता है।

दर्शनीय स्थल

लोहांगी शिला, गुम्बज, बीजा मंडल आदि हैं। हेलियोदोरस का स्तंभ (खंबा बाबा) हेलियोदोरस द्वारा वासुदेव के सम्मान में स्थापित स्तंभ है।

उदयगिरी गुफाएं : विदिशा से 4 कि.मी. दूर स्थित हैं तथा चौथी-पांचवीं सदी में निर्मित हैं। गुप्तकालीन इन गुफाओं की तोरण-श्रृंखला अतीव सुन्दर है। गुफा क्रमांक 5 में विष्णु को बाराह अवतार के रूप में उत्कीर्ण किया गया है। भगवान विष्णु की विशालकाय मूर्ति विश्राम मुद्रा में है।

ग्यारसपुर :सांची से 41 कि.मी. दूर स्थित यह स्थान मध्ययुग का महत्वपूर्ण स्थान है। स्तंभों पर निर्मित दो मंदिरों के भग्नावशेषों की नक्काशी तत्कालीन कला की मुंह बोलती-तस्वीर है। बज्र भद्र और मालादेवी के नक्काशीदार स्तंभ दर्शनीय हैं।

उदयपुर : यह स्थान भोपाल से विदिशा तथा गंजबासौदा होते हुए 90 कि.मी. की दूरी पर है। यहां का विशाल नील कंठेश्वर मंदिर परमारकालीन स्थापत्य कला का बेजोड़ उदाहरण है। बीजा मंडल, शाही मस्जिद, महल, पिसनहारी का मंदिर आदि अन्य दर्शनीय स्थल हैं।

बाघ की गुफाएँ :बाघ गुफाएँ इंदौर से 146 कि.मी. दूर हैं। अजन्ता की गुफाओं की तरह ही ये गुफाओं की तरह ही ये गुफाएं भी प्राचीन काल की हैं। इन गुफाओं में हिन्दू महाकाव्यों और बौद्ध ग्रंथों की घटनाएं अंकित हैं। यह स्थल विदेशी पर्यटकों को बहुत रास आता है। भारतीय पुरा सर्वेक्षण विभाग द्वारा इसका संरक्षण किया जा रहा हैं। उपरोक्त प्रमुख पर्यटन स्थलों के आसपास भी कई छोटे-बड़े महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल विद्यमान हैं।

 

कैसे पहुंचे

 

वायु सेवा:-विदिशा से 60 कि.मी. दूर भोपाल निकटतम हवाई अड्डा है। दिल्ली, मुंबई, इंदौर और ग्वालियर से भोपाल के लिए विमान सेवा उपलब्ध है।

रेल सेवा:-विदिशा, दिल्ली-मुंबई तथा दिल्ली-मद्रास रेल लाईन पर स्थित है।

सड़क मार्ग:- विदिशा, उदयपुर और ग्यारसपुर के लिए भोपाल व सांची से सीधी बस सेवा उपलब्ध है उदयगिरी तथा खंबा बाबा के लिए विदिशा से टैम्पो तथा तांगे मिलते हैं।

ठहरने के लिए:- भोपाल में सभी प्रकार के होटल तथा लॉज उपलब्ध हैं। सांची में रूकना भी सुविधाजनक हैं।