भोपाल.. ताल,महल और मस्जिदों को शह़र…

भोपाल

ग्यारहवीं सदी के भोजपाल तथा तत्पश्चात् भूपाल नामक इस नगर को परमारवंशी राजा भोज ने बसाया था। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल एक बहुरंगी तस्वीर पेश करता है। एक ओर पुराना शहर हैं, जहां लोगों की चहल-पहल उसके बीच बाजार है, पुरानी सुन्दर मस्जिदें तथा महल हैं। दूसरी तरफ नया शहर बसा हुआ है जिसके सुन्दर पार्क और हरे-भरे वृक्ष गहरी राहत देते हैं। भोपाल पांच पहाड़ियों पर बसा है तथा इसमें दो झीलें हैं। यहां की जलवायु सम है।Sanchi Stup (www.mpinfo.org)

दर्शनीय स्थल

ताज-उल-मसाजिद, जामा मस्जिद, लक्ष्मीनारायण मंदिर, बिड़ला संग्रहालय, शौकत महल और सदर मंजिल, भारत-भवन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय, राजकीय संग्रहालय, गांधी भवन, वन विहार, चौक, बड़ी और छोटी झील, मछली घर इत्यादि दर्शनीय हैं।

कैसे पहुंचे

 

वायु सेवा:-दिल्लीग्वालियर, इंदौर और मुंबई से भोपाल के लिए नियमित विमान सेवा है।

रेल सेवा:-भोपाल, दिल्ली-मद्रास मेन लाईन पर है। मुंबई से इटारसी और झांसी के रास्ते दिल्ली जाने वाली मुख्य गाड़ियाँ भोपाल होकर जाती हैं।

सड़क मार्ग:- भोपाल तथा इंदौर, मांडू, उज्जैन, खजुराहो, पचमढ़ी, ग्वालियर, सांची, जबलपुर और शिवपुरी के बीच नियमित बस सेवाएं हैं।

ठहरने के लिए:- मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटल तथा निजी होटल हैं।