‘पांडिचेरी’ यहां बसी है फ्रांस की महक

लाइफस्टाइल डेस्क: पांडिचेरी भारत के संघ शासित प्रदेश पुडुचेरी की राजधानी है। पांडिचेरी को कई लोग पुदुचेरी
भी कहते हैं। यह छोटा-सा, लेकिन बेहद खूबसूरत शहर है। आजादी से पहले यहां लंबे समय तक फ्रेंच लोगों का अधिकार रहा।

पांडिचेरी शहर का फ्रेंच, डच और पुर्तगालियों से ऐतिहासिक नाता रहा है। इस आध्यात्मिक स्थल में सत्तासीन रहे फ्रेंच लोगों की संस्कृति की महक अभी भी मौजूद है। इसे पूर्व का फ्रेंच रिवेयरा भी कहा जाता है। फ्रेंच शिल्पकला, स्वाद और सभ्यता के बीच शांति से छुट्टियां बिताने का यह आदर्श स्थान है। भारत की सत्ता पर काबिज होने का सपना लेकर फ्रांस के लोग करीब 340 साल पहले वर्ष 1670 में पांडिचेरी (प्रदेश) में पहली बार आए थे। अगली दो सदी तक पांडिचेरी की किस्मत ब्रिटिश, फ्रेंच और डच के हाथों में रही, जो भारतीय उप-महाद्वीप पर अपना आधिपत्य स्थापित करने के इरादे से आपस में झगड़ते रहे। अंत में इस पर फ्रेंच का ही अधिकार हुआ। पांडिचेरी प्रदेश पर भारत का अधिकार वर्ष 1954 में हुआ, जब फ्रेंच यहां से चले गए। आज पांडिचेरी शहर बहुत ही खूबसूरत पर्यटक स्थल है।