‘हेरा ट्रैक्टर, फांदा ट्राली 25 किलोमीटर करावा सवारी’ ..अब इस कॉन्सेप्ट पर काम करेगी छत्तीसगढ़ भाजपा

अम्बिकापुर. हेरा ट्रेक्टर, फांदा ट्राली 25 किलोमीटर करावा सवारी.. छत्तीसगढ के इस सरगुजिहा बोल का मतलब है .. कि ट्रेक्टर निकाल कर उसमे ट्राली फंसाओ और 25 किलोमीटर सवारी कराओ..  सरगुजा जिले के भाजपा किसान मोर्चा ने इस कांसेप्ट पर काम करना शुरु कर दिया है.. जिसको भाजपा के प्रदेश आलाकमान के साथ ही राष्ट्रीय भाजपा संगठन मे दखल रखने वाले नेताओ ने भी हरी झंडी दे दी है.. इस कानसेप्ट के माध्यम से भाजपा अपने किसान कार्यकर्ताओ के माध्यम से पैदल घर वापसी करने वाले अप्रवासी मजदूरो की मदद करना शरु कर दी है..

देश भर मे लॉक डाउन मे फंसे मजदूर अपने घर जाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं… कोई ट्रको से… कोई साईकिल से.. तो कोई पैदल सैकडो किलोमीटर अपने घर को निकल चुका है.. ऐसे मे कई दर्दनाक दुर्घटनाए भी सामने आ रही है.. जो पूरे सिस्टम के लिए चिंतजनक है.. इधर ऐसी ही समस्याओ के बीच छत्तीसगढ के विपक्षी दल भाजपा के नेताओ ने श्रमिको को घर पहुंचाने का एक अलग तरह का प्रय़ास शुरु किया है.. भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भारत सिंह सिसोदिया के मुताबिक छत्तीसगढ के रास्ते दूसरे प्रदेश मे जाने वाले अप्रवासी मजदूरों को… भाजपा से जुडे किसान 25-25 किलोमीटर दूर तक छोडने का काम करेगें..

भाजपा किसान मोर्चा सरगुजा पिछले 56 दिनों से लगातार मोदी किचन के माध्यम से लोगों को सेवा कार्य दे रही है.. और लगातार 56 दिन से हमलोग गरीबों को, मजदूरों को भोजन कराने की व्यवस्था बना रहे हैं. जब भोजन पैकेट बनाकर हम लोगों के पास जा रहे थे. इस दौरान हमलोग को यह बात समझ मे आई कि.. गरीब मजदूर, महिलाएं, बच्चे पैदल यहां से गुजर रहे हैं.. और जब ये सब हमलोगों ने देखा तो हमलोगों ने ये तय किया. की किसानों की भूमिका इसमें किस प्रकार से हो सकती है. किसान उनकी किस प्रकार से मदद कर सकते हैं. जब ये विचार हमारे ध्यान में आया तो. हमको ये बात भी ध्यान में था. की ओलावृष्टि के कारण कॉंग्रेस के वादाखिलाफी के कारण वैसे तो किसान बहुत तकलीफ में है.. लेकिन सम्पन्न किसान फिर भी अपनी क्षमताओं के आधार पर सबको मदद पहुंचा सकते हैं. हम सब लोगों ने आह्ववान किया और लोगों से कहा 25-25 किलोमीटर के लिए अपने-अपने ट्रैक्टर को निकाले.. और वो 25 किलोमीटर का मदद. वो पैदल चलने वाले मजदूर के छाले पड़े हुए लोगों को मदद करें. इस प्रकार हम 25 किलोमीटर का भी हम मदद कर पा रहे हैं. इस योजना को जब हमने प्रदेश नेतृत्व को बताया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से. हमारे प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, पवन साय, राज्यसभा के सदस्य रामविचार नेताम, रेणुका सिंह, रामप्रताप सिंह से अपना ये विषय रखा. तो उन्होंने इस मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने का निर्णय लिया.

भारत सिंह सिसोदिया, महामंत्री, भाजपा किसान मोर्चा, छत्तीसगढ़

भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री के मुताबिक मोदी किचन के साथ ही इस कार्यक्रम की शुरुआत भी सरगुजा जिले से हुई है.. जिसकी जानकारी विडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, राज्यसभा सासंद रामविचार नेताम औऱ केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह समेत तमाम आला नेताओ को दी गई.. जिसके बाद अप्रवासी मजदूरो को 25-25 किलोमीटर तक छोडने की मुहिम को पूरे प्रदेश मे लागू करने को हरी झंडी दे दी गई है.. इधर जब अम्बिकापुर के रास्ते … दुर्ग से कटिहार जाने वाले श्रमिको के साथ ही हैदराबाद से गढवा जाने वाली महिला से जब उनके घर वापसी की परेशानी का बारे मे पूछां गया तो उन्होने बताया कि कभी पैदल , औऱ कभी माल वाहक वाहनो मे यहां तक पहुंचे है.. अब जहां तक ट्रेकटर मिला है तो राहत है…

सरगुजा संभाग झारखंड और उत्तरप्रदेश के साथ मध्यरप्रदेश औऱ उडीसा की सीमा से लगा है.. लिहाजा लॉक डाउन के दूसरे चरण से ही अम्बिकापुर के रास्ते सैकडो अप्रवासी मजदूर इन राज्यो के लिए पैदल, साईकिल और अन्य साधनो से जा चुके हैं.. तो ऐसे मे भाजपा किसान की मुहिम कितनी और कब तक सफल होती है.. ये आने वाले समय मे देखने लायक होगा..