क्या निजामुद्दीन मकरज में हुए कार्यक्रम ने देश में कोरोना की रफ्तार बढ़ा दी?.. जानें किस राज्य से कितने लोग हुए थे तबलीगी जमात में शामिल?..

नई दिल्ली. दिल्ली के निजामुद्दीन मकरज में तबलीगी जमात धार्मिक कार्यक्रम में देश के कई राज्यों से लोग शामिल हुए थे. जिसके बाद लोगों में खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि के बाद चारों तरफ हड़कंप का माहौल है. ऐसा माना जा रहा है कि तबलीगी जमात में करीब 2000 से अधिक लोग शामिल हुए थे जो न कि सिर्फ देश के अलग-अलग राज्यों के थे बल्कि पाकिस्तान बांग्लादेश और कई अन्य देशों से आए हुए थे.

आपको तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल लोगों के बारे में जानना इसलिए भी जरूरी है ताकि उनके किसी तरह के संपर्क में आप ना आ पाए क्योंकि अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक यह मकरज देश में कोरोनावायरस के मामलों में इजाफा करता नजर आ रहा है. इस मकरज से 2361 लोगों को निकाला गया था जिसमें से 617 अस्पताल में भर्ती है. और बाकियों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है. साथ ही निकाले गए लोगों में से कोरोनावायरस पॉजिटिव लोगों की संख्या 93 है. और इस कार्यक्रम आए तेलंगाना के छह लोगों की मौत भी हो चुकी है.

तबलीगी जमात के मकरज में यूपी से लगभग 157 लोग शामिल हुए थे जिनमें 95 फ़ीसदी लोगों की पहचान की गई है तथा उन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया है. हरियाणा से 125 लोग शामिल हुए थे इसके साथ ही पंजाब से 9 लोग आए हुए थे वही बात करें मध्य प्रदेश से तो 107 लोगों की अब तक पहचान हुई है जिन पर कड़ी नजर रखी जा रही है.

वहीं कर्नाटक से करीब 300 लोग तबलीगी जमात में शामिल हुए थे. जिनमें 40 लोगों की कोरोना से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. पुदुचेरी के 2 लोग शामिल हुए थे. जो कि संक्रमित पाए गए हैं. बिहार में तकलीफ जमात के 30 लोगों की पहचान हो हुई है. वही बात करी जाए बिहार की तो 30 लोगों की पहचान कर ली गई है तथा इनकी जांच जारी है.

वहीं देश के अन्य हिस्सों में उत्तराखंड से 26 लोग शामिल हुए थे इसके साथ ही आंध्र प्रदेश में 83 लोग शामिल हुए थे. हिमाचल प्रदेश से 17 लोग शामिल हुए थे इसके साथ ही गुजरात के 76 लोगों की पहचान की गई है. इसके साथ ही तेलंगाना से 1200 लोग दिल्ली के मकरज में हुए कार्यक्रम में शामिल हुए थे.

वही बात की जाए छत्तीसगढ़ की तो अब तक इस कार्यक्रम में शामिल हुए 101 लोगों की पहचान की गई है. इसमें से 32 और 69 लोगों को पृथक पृथक आइसोलेशन में रखा गया है. इसके साथ ही राजस्थान में अब तक 37 लोगों की पहचान की गई है.