एसबीआई से घर बैठे मंगाएं पैसे और जमा भी करें, जानें कैसे?



नई दिल्‍ली। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक अपने ग्राहकों के लिए बड़ी सहूलियत वाली सुविधा लेकर आया है। बैंक ने अपने ग्राहकों की जरूरतों को देखते हुए कोरोनाकाल में शुरू की गई डोरस्‍टेप बैंकिंग सेवा का दायरा और बढ़ा दिया है।

एसबीआई ने ट्वीट कर बताया कि इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक बैंक के टोल फ्री नंबर पर कॉल करके अपना पंजीकरण करा सकते हैं। इसके लिए 1800 1037 188 अथवा 1800 1213 721 नंबर पर कॉल करना होगा और अपने बैंक खाते व जिस सेवा की जरूरत है, उसका पूरा विवरण देना होगा। इसके बाद बैंक ग्राहक के घर पर ही जरूरी सेवाएं उपलब्‍ध कराना शुरू कर देगा।



एसबीआई ने बताया है कि डोरस्‍टेप बैंकिंग की सुविधा वरिष्‍ठ नागरिकों, दिव्‍यांगों, गंभीर रूप से बीमार ग्राहकों और दृष्टिबाधितों को उपलब्‍ध कराई जाएगी। इसके लिए जरूरी है कि आपका बैंक में सिंगल या ज्‍वाइंट खाता होना चाहिए। जिसकी केवाईसी भी की जा चुकी हो। जो ग्राहक अपनी होम ब्रांच से 5 किलोमीटर के दायरे में होंगे, उन्‍हें ही इस सुविधा का लाभ दिया जाएगा।

एसबीआई ने कहा है कि दिव्‍यांग ग्राहकों को यह सुविधाएं मुफ्त में मुहैया कराई जाएंगी और ग्राहक महीने में तीन बार इसका लाभ उठा सकेंगे। इस सुविधा के तहत बैंक कैश पिकअप और डिलीवरी के अलावा चेक लाने और ग्राहक तक पहुंचाने की सेवाएं देगा। इसके अलावा फॉर्म 15एच लाने, ड्राफ्ट पहुंचाने, टर्म डिपॉजिट की डिलीवरी, जीवन प्रमाण पत्र लाने, केवाई डॉक्‍यूमेंट लाने और घर पर ही पंजीकरण की सुविधाएं भी देगा।

योनो ऐप से करें आवेदन

– सबसे पहले अपने एसबीआई योनो ऐप को खोलें.
– फिर सर्विस रिक्‍वेस्‍ट मेन्‍यू में जाएं.
– इसके बाद डोरस्‍टेप बैंकिंग सर्विस को सेलेक्‍ट करें.
– यहां आप चेक पिकअप, कैश पिकअप या डिलीवरी जैसे विकल्‍पों का चुनाव कर सकते हैं.

इन बातों का रखें ध्‍यान

– इस सुविधा का लाभ ग्राहक सिर्फ अपने होम ब्रांच पर ही उठा सकेंगे.
– कैश निकालने और जमा करने की लिमिट सिर्फ 20 हजार रुपये प्रतिदिन की रहेगी.
– नॉन फाइनेंशियल ट्रांजेक्‍शन के लिए हर विजिट पर 60 रुपये जीएसटी के साथ, जबकि फाइनेंशियल ट्रांजेक्‍शन के लिए 100 रुपये जीएसटी के साथ देने होंगे.
– पैसे निकालने की सुविधा सिर्फ चेक अथवा चेकबुक के साथ ही मिलेगी.
– डिलीवरी सुविधा रिक्‍वेस्‍ट डालने के एक दिन के भीतर उपलब्‍ध करा दी जाएगी.