इतिहास में पहली बार: पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के घर पर FBI का छापा, मिले ‘टॉप सीक्रेट’ दस्तावेज, हो सकती है 5 साल की सजा


अमेरिका के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम इतिहास में उन अमेरिकी राष्ट्रपतियों में दर्ज होने जा रहा है जिन पर सबसे अधिक मुकदमे चलाए गए, क्योंकि पिछले सालों में उनके खिलाफ सिविल और क्रिमिनल दोनों तरह के मामले दायर किए गए हैं। शानदार जीवन शैली और अपने रंगीन शख्सियत के लिए जाने जाने वाले ट्रम्प विवादों की तरफ ऐसे खिंचे चले जाते हैं जैसे परवाने शम्मा की तरफ आकर्षित होते चले जाते हैं। यूएस ऑनलाइन फोरम ‘जस्ट सिक्योरिटी’ ने कम से कम 22 ऐसे सक्रिय मामलों की सूची बनाई है, जो अभी भी उनके खिलाफ विभिन्न अदालतों में लंबित हैं।

ट्रम्प के खिलाफ दीवानी मुकदमे मुख्य रूप से उनके राष्ट्रपति बनने से पहले के व्यापारिक सौदों से सबंधित हैं। जबकि महिलाओं द्वारा उनके खिलाफ कई मुकदमे दायर किए गए, जिनमें उनके द्वारा यौन उत्पीड़न के दावे किए गए। इन सबसे ऊपर 2020 के राष्ट्रपति चुनाव परिणामों, जिसमें बाइडेन ने उन्हें हराया, को प्रभावित करने के उनके प्रयासों को लेकर उनके खिलाफ कई मुकदमे दायर किए गए और उन पर जांच अभी भी जारी है।

20 जनवरी 2021 को पद छोड़ते ही दूसरे अमेरिकी राष्ट्रपतियों की तरह ट्रंप को भी मिलने वाली संवैधानिक छूट खत्म हो गई। अब तक 46 में से गिने चुने अमेरिकी राष्ट्रपतियों पर ही पद पर रहते हुए औपचारिक तौर पर आपराधिक व्यवहार के आरोप लगे। किसी भी पूर्व राष्ट्रपति को आपराधिक मामले में कभी भी दोषी नहीं ठहराया गया है। अमेरिका के 37 वें राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन इस स्थिति तक पहुंचने के सबसे करीब थे, जिनका 1974 के प्रसिद्ध वॉटरगेट कांड में ग्रैंड जूरी ने नाम लिया था, लेकिन उन पर भी कभी भी अपराध के आरोप नहीं लगाए गए। उन्होंने पद से इस्तीफा देने का विकल्प चुनकर अपने ऊपर चल रहे महाभियोग को टाल दिया और बाद में उनके उत्तराधिकारी गेराल्ड फोर्ड ने उन्हें क्षमा कर दिया।

अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन बाल-बाल बच गए। क्योंकि 1998 में व्हाइट हाउस इंटर्न मोनिका लेविंस्की के साथ अपने विवादास्पद संबंधों को छिपाने के प्रयास में झूठी गवाही और न्याय में बाधा डालने के लिए अमेरिकी हाउस ऑफ रेप्रेसेंटेटिव में उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू की गई थी। सीनेट ने बाद में उन्हें एक मुकदमे में बरी कर दिया और क्लिंटन ने अपना कार्यकाल बिना किसी हिचकिचाहट के पूरा किया।

ट्रम्प से जुड़े कुछ प्रसिद्ध मामलों में ट्रम्प बनाम ट्रम्प शामिल हैं। डोनाल्ड ट्रम्प की भतीजी मैरी ट्रम्प ने सितंबर 2020 में न्यूयॉर्क की एक अदालत में अपने पिता और डोनाल्ड ट्रम्प के भाई की 1981 में मृत्यु के बाद, अपने चाचा पर दसियों मिलियन डॉलर की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। मैरी के पिता ट्रम्प की संपत्ति में अपनी बेटी के लिए बड़ी हिस्सेदारी छोड़ गए थे। मैरी ने मुकदमे में दावा किया कि वह उस समय नाबालिग थी, इसलिए उनके चाचा ने उनकी संपत्ति की देखभाल के लिए उनके हिस्से का नियंत्रण भी अपने हाथ में ले लिया, लेकिन कभी उसका देखभाल नहीं किया। मैरी ने दावा किया कि ट्रम्प ने उनके हिस्से से राजस्व का गबन किया और बनावटी तौर पर उनकी संपत्ति का अवमूल्यन किया। जब उसने यह मामला उठाया तो सभी को एक साथ लेकर परिवार से जबरदस्ती निकालने की कोशिश की गई। शुरुआत में वह इस बात से अनजान थी कि उनकी संपत्ति को कम कीमत पर बेचा जा रहा है और उन्होंने 2001 में दिए गए समझौते के आंकड़े को स्वीकार कर लिया लेकिन सितंबर 2020 में न्यूयॉर्क राज्य की अदालत में डोनाल्ड ट्रम्प और उनके बच्चों पर धोखाधड़ी और ज़िम्मेदार व्यक्ति के कर्तव्यों का उल्लंघन करने के आरोप लगाए।

ट्रम्प ने जवाबी कार्रवाई करते हुए मैरी के खिलाफ न्यूयॉर्क टाइम्स के एक रिपोर्टर को उनके टैक्स रिकॉर्ड सहित कई गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध कराने का आरोप लगाया और जिन्होंने इन दस्तावेजों का इस्तेमाल 2018 में ट्रम्प की संस्थाओं की संपत्ति की कीमतों में कथित हेरफेर पर एक कहानी बनाने के लिए किया। दोनों मुकदमे अभी कोर्ट में विचाराधीन हैं।

साल 2020 में राष्ट्रपति चुनाव हारने और 6 जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर उनके समर्थकों द्वारा किए गए हमले के बाद डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ कई मुकदमे दायर किए गए। ट्रम्प पर कांग्रेस के संयुक्त सत्र को रोकने के लिए वाशिंगटन डीसी में कैपिटल हिल की इमारतों पर हमला करने के लिए भीड़ को उकसाने का आरोप है, जिस जगह को राष्ट्रपति-चुनाव में जो बाइडेन को औपचारिक रूप से विजेता घोषित किए जाने से पहले इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की गिनती के लिए निर्धारित किया गया था। इस घटना की जांच करने वाली सदन की चयन समिति ने निष्कर्ष निकाला कि यह चुनावों को उलटने की ट्रम्प की योजना का हिस्सा था। उनके हजारों समर्थक 5 और 6 जनवरी को वाशिंगटन डीसी में ट्रम्प के इस दावे के समर्थन में इकट्ठे हुए कि 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में कट्टरपंथी-वामपंथी डेमोक्रेट्स ने छोखाधड़ी से मतपत्रों की ‘चोरी’ की है। कैपिटल हिल दंगों से संबंधित सभी मामलों की सुनवाई वर्तमान में वाशिंगटन डीसी की अदालत में हो रही है।

अगर ट्रम्प को किसी भी मामले में दोषी ठहराया जाता है, तो यह अपने आप में पहली घटना होगी, जो राजनीतिक महत्वाकांक्षा रखने वाले ट्रम्प और उनके परिवार के लिए नुकसानदेह हो सकता है।