कलेक्टर द्वारा नागरिकों से सहयोग करने की अपील

अम्बिकापुर को स्वच्छ बनाने में नागरिकों की महती भागीदारी
कलेक्टर द्वारा नागरिकों से सहयोग करने की अपील
अम्बिकापुर 
नगरपालिक निगम क्षेत्र अम्बिकापुर को स्वच्छ रखने के उद्देष्य से स्वच्छ अम्बिकापुर मिषन सहकारी समिति की महिला कार्यकर्ता घर-घर जाकर सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग संग्रहित करती हैं। कार्यकर्ताएं एक निष्चित समय पर प्रत्येक घर में पहुॅचती हैं और दरवाजा खटाखटाकर घरों में एकत्रित कचरे को संग्रहित करती हैं। शहर को स्वच्छ रखने में अधिकांष नागरिक पूरी प्र्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। गृहणियां घर के सूखे और गीले कचरे को लाल और हरे डस्टबिन में अलग-अलग रखती हैं और महिला कार्यकर्ताओं को सस्नेह और जिम्मेदारीपूर्वक कचरा प्रदान करती हैं। अम्बिकापुर के अपषिष्ठ प्रबंधन की न सिर्फ प्रदेष, और देष में अपितु अन्य देषों में भी प्रषंसा की जा रही है। प्रदेष के दूसरे शहर अम्बिकापुर में संचालित ठोस, तरल अपषिष्ठ प्रबंधन का अध्ययन कर अपने शहरों में लागू करने की स्थिति में हैं।
कचरा संग्रह करने वाली महिलाओं ने बताया है कि कुछ नागरिकों द्वारा कचरा देने में अनाकानी की जाती है, साथ ही उचित व्यवहार भी नही किया जाता है। ऐसे नागरिक अपने घर का कचरा जानबूझकर सड़क,नाली अथवा खाली जगह पर फेंक देते हैं, जिससे नगर को स्वच्छ रखने में दिक्कतें आ रही हैं। कलेक्टर ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर का कचरा सड़क और नाली पर न फेकें, इससे शहर के अधिकांष नागरिकों द्वारा शहर को स्वच्छ रखने के प्रयास को शत्-प्रतिषत सफलता नहीं मिलेगी। साथ ही प्रदेष और देष में एक स्वच्छ शहर के रूप में मिल रही ख्याति भी प्रभावित होगी।
गौरतलब है कि संग्रहित कचरे का पृथक्करण एवं शोधन कर पहली खेप 2 लाख 11 हजार रूपए में विक्रय किया गया था। वर्तमान में संग्रहित आर्गेनिक कचरे से प्रतीक्षा बस स्टैण्ड स्थित बायो गैस संयंत्र के द्वारा कुकिंग गैस का उत्पादन भी प्रारंभिक अवस्था में है। अनुमान के अनुसार इस बायो गैस संयंत्र से प्रत्येक तीन दिन में 19 लीटर के 68 से 72 गैस सिलेण्डर भरे जा सकेंगे। जिससे अच्छी आमदनी प्राप्त होगी। इस प्रकार ठोस तरल अपषिष्ठ प्रबंधन के संचालन द्वारा शहर को न सिर्फ साफ-सुथरा बनाया जा रहा है, अपितु कचरे से आय भी अर्जित की जा रही है। भविष्य में अपषिष्ठ प्रबंधन केन्द्रों के छत का उपयोग सोलर ऊर्जा के उत्पादन में भी किया जायेगा। इस प्रबंधन की खासियत यह है कि घरों, व्यावसायिक संस्थानों, अस्पतालों, सब्जी बाजार, मटन-मछली मार्केट आदि सभी स्थानों के निकलने वालें कचरे का पृथक्करण कर उसका सदुपयोग किया जा रहा है तथा डम्पिंग यार्ड पर कोई भी कचरा फेंका नही जा रहा है। इस प्रबंधन से विधवा, परित्यक्ता एवं एकल महिलाओं को रोजगार भी प्राप्त हुआ है। शहर को स्वच्छ रखने में नागरिकों की अहम भूमिका को दृष्टिगत रखकर कलेक्टर ने नागरिकों से नगर को स्वच्छ रखने में अपनी महती भूमिका का निर्वहन करने का आग्रह किया है।