नगर निगम चिरमिरी में स्वच्छ्ता फ़िल्म दिखाकर.. सफ़ाई मित्रों को दिया गया प्रशिक्षण!..

महापौर ने स्वंय एप्रोन, गमबूट, ग्लब्स और मास्क पहनकर सफाई मित्रों को स्वच्छता कीट के सही इस्तेमाल हेतु प्रोत्साहित किया…

कोरिया. नगर पालिक निगम चिरमिरी के सभागार में प्लेसमेंट कर्मचारी एवं सफाई सुरक्षा कीट का वितरण चिरमिरी महापौर के.डोमरू रेड्डी के अगुवाई में किया गया. और एक दिवसीय स्वच्छता मिशन कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रोजेक्टर के माध्यम से नगर निगम सभागार में भारत सरकार द्वारा जारी स्वच्छता फिल्म दिखाकर प्लेसमेंट कर्मचारियों को जागरूक करते हुए प्रशिक्षण भी दिया गया.

जहां प्लेसमेंट कर्मचारियों को संबोधित करते हुए महापौर के.डोमरू रेड्डी ने बताया कि सभी श्रमिकों को पंजीयन कराना अत्यंत आवश्यक है, पंजीयन कराने से आपको काफी लाभ भी मिलेगा. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा को बताया कि स्वच्छ भारत मिशन में कार्यरत सभी स्वच्छता दीदियों एवं सफाई श्रमिकों को 5 हजार जो वेतन हर माह दिया जाता रहा उस मानदेय को अब बढ़ाकर 6 हजार कर दिया गया है. इसके अलावा महापौर ने चिरमिरी स्वच्छता कर्मियों को प्रोत्साहित करते हुए स्वयं स्वच्छता कर्मचारियों को दिये गए गमबूट, एप्रोन, ग्लब्स, मास्क आदि पहन कर सभी सफाई कर्मचारियों को हमेशा कीट्स पहन कर कार्य करने की सलाह दी.

वहीं चिरमिरी नगर निगम के सभाकक्ष में आयोजित इस कार्यशाला में मिशन प्रबोधक डॉ.राकेश रंजन सीनियर ट्रेनर ने सफाई श्रमिकों को संबोधित करते हुए बताया कि जब हम पहले किसी भी बड़े शहर के अंदर घुसते थे तो बाहर कूड़े की एक पहाड़ होती थी, जहां पर लोग गंदगी को महसूस करते थे और वहां के लोगों को बीमारी होती थी. लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत् हो रहे बदलाव के बाद अब हमको लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ स्वच्छ भारत मिशन के बारे में भी जानना बेहद जरूरी है स्वच्छ भारत मिशन का मतलब कम से कम कचरे का उत्पादन और बेहतर ढंग से उस कचरे का निष्पादन करना है, जिसमें हम कम से कम कचरा को फैलाएं.

साथ ही जब हम सब्जी लेने जाते हैं तो हर रोज 4 पॉलिथीन में सब्जी लेते हैं जबकि हमें अपनी आदत बदलनी होगी जैसे हम पूर्व में 10 से 15 साल पहले एक झोला रखते थे. और उसमें सब्जी लाते थे वही आदत अब हमें पुन: डालना होगा. पूर्व में भी नगर निगम के द्वारा सफाई किया जाता था लेकिन उस कचरे को उठाकर किसी गड्ढे में खाली जगह पर रखा जाता था, जिससे बारिश की पानी के साथ साथ उस कचरे का विषैला पदार्थ पानी में मिलते थे और पर्यावरण दूषित हो जाता था.

लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब हम उन कचड़ो को गीला और सूखा कचरा के रूप में उठाव करते हैं और एसएलआरएम में सभी प्रकार के कचड़े को पृथक्कीकरण प्रक्रिया को अपनाकर, गीले कचड़े को कम्पोस्ट करके खाद बनाकर घर में भी इसका उपयोग अपने पेड़ पौधों में कर सकते हैं तो वही सूखा कचरा को पुनः इस्तेमाल करने का कार्य के लिए हम श्रमिक कर्मचारियों को सूखा कचरा अलग डस्टबीन में दिया जाता है.

इस दौरान प्लेसमेंट कर्मचारियों एवं सफाई कर्मचारियों को स्वच्छता संबंधी कीट का वितरण भी किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान महापौर के. डोमरू रेड्डी, नगर निगम आयुक्त सुमन राज, स्वच्छता प्रभारी उमेश तिवारी, पीआईयू दिनेश, एमआईसी सदस्य रज्जाक खान, रजत दत्ता और फिरोजा बेगम और सफाई पर्यवेक्षक रामगोपाल मलिक और एवं स्व सहायता समूह के सदस्यों के साथ-साथ निगम के स्वच्छता से जुड़े महिला कर्मचारी भी शामिल रहे.