छोटे नोटों की किल्लत बनी समस्या, दो हजार के नोट लेने से कर रहे है लोग इनकार

छोटे नोटों के आभाव में अधिकाँश ए टी एम बंद 

अम्बिकापुर

शहर के अधिकाँस बैंको में 100 रुपये के नोटों की भारी किल्लत हो गई है। जिसके कारण शहर के 95 फीसदी आटोमेटिक टेलर मशीन ATM बंद पड़ी हुई है। ATM मशीनो के बाद होने के कारण आम लोगो को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बैंक अधिकारियों की माने तो मौजूदा समय में बैंक में केवल दो हजार रुपये की ही करेंसी है। वही सौ रुपये की करेंसी बट चुके है।

नोट बंदी के आठ दिन बीतने के बाद भी जिला मुख्यालय के सभी बैंको में लोगो की भीड़ बढ़ती ही जा रही है। एक ओर जहा पुराने नोटों को बदलने के लिए जद्दो जहद कर रहे है। वही दूसरी और ऐसे लोगो की भीड़ भी है जो की खुद के खाते से रुपया निकलने के लिए घंटो लाइन में खड़े होकर अपने बारी का इन्तेजार कर रहे है। इन सब के बीच बैंक अधिकारियों की माने तो वर्तमान समय में सौ के नोट नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेसानी आम लोगो को हो रही है। लोग दो हजार के नोट लेने से इनकार कर रहे है। ऐसे में बैंको का माहौल खराब हो रहा है। कुछ लोग तो बैंक में हो हल्ला करते हुए बैंक कर्मियों से बदतमीजी पर उतर जा रहे है। बैंक की लाइन में खड़े कुछ लोगो से जब हमने चर्चा की तो ग्राम नवागढ़ निवासी राम प्रसाद का कहना है की चार घंटे बाद जब उसका नंबर आया तो बैंक कर्मियों ने सौ का नोट ना देकर दो हजार का नोट थमा दिया है अब दो हजार के नोट का खुला कराने की नई परेशानी उनके सामने आ गई है। उन्होंने यह भी कहा की काले धन के सम्बन्ध में जो भी कार्यवाही हुई है बहोत अच्छी हुई है लेकिन सरकार को इसके लिए बेहतर तैयारी करनी थी अगर तैयारी होती तो आम लोगो को दिक्कत नहीं होती।

महामाया रोड निवासी प्रीतम अग्रावाल ने कहा की सरकार की नोटबंदी का फैसला तो अच्छा है लेकिन सौ के नोटों का बैंको में ना होना मुसीबत बन गया है। सरकार के द्वारा छोटे नोटों की पर्याप्त व्यवस्था अगर कर दी जाए तो आम लोगो की दिक्कत कम हो सकती है।

ग्रामीण क्षेत्रो में नहीं है कैश

शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्रो में कैश को लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है यहाँ स्थित सहकारी बैंको ने दो दिन पहले से ही लेंन देन बंद कर दिया है। सहकारी बैंक में केवल रुपया जमा हो रहा है ऐसे में इन बैंको के खता धारियों के पास कैश की समस्या उत्पन्न हो गई है। वही दूसरे बैंक में भी लिमिट में कैश आने के कारण यहाँ कुछ ही लोगो को कैश मिल पा रहा हैं। जिसक कारण ग्रामीण किसानो में नोट बंदी का सबसे ज्यादा असर ग्रामीण क्षेत्रो में देखा जा रहा है।