खाद्यमंत्री के भागीरथी प्रयासों को लगा झटका.. सड़क ने खोली घटिया निर्माण की पोल.. ग्रामीणों ने की दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई का माँग


सीतापुर(अनिल उपाध्याय)। लोक निर्माण विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बनाये गए पक्की सड़क ने घटिया निर्माण की पोल खोल कर रख दी। छः माह पूर्व निर्मित इस पक्की सड़क की जर्जर हालत देख ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।उन्होंने घटिया सडक निर्माण कार्य मे संलिप्त अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है।


विदिति हो कि लोक निर्माण विभाग द्वारा 3 करोड़ 89 लाख की लागत से रायकेरा से तेलइधार पुटुकेला तक 4 कि मी लंबी सड़क का निर्माण कराया गया था।सड़क निर्माण के दौरान गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने कई बार आपत्ति दर्ज कराई थी। जिससे कई बार ग्रार्मीण एवं अधिकारियों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी और काम बंद करना पड़ गया था।

सड़क निर्माण के दौरान घटिया कार्य को लेकर लोगो का आक्रोश देख अधिकारियों ने गुणवत्तापूर्ण कार्य करने का आश्वासन दिया था ताकि पुनः विवाद की स्थिति निर्मित न हो सके।लेकिन सड़क निर्माण को लेकर अधिकारियों का आश्वासन तब झूठा साबित हुआ जब पक्की सड़क बनते ही टूटने लगी।हद तो तब हो गई जब अपनी नाकामी छुपाने अधिकारियों द्वारा सड़क पर लगाया गया पेवन भी जबाब दे गया।

अब तो ये हाल है कि करोड़ो की लागत से निर्मित 4 कि मी लंबी सड़क पूरी तरह टूटकर जर्जर हो चुकी है।घटिया सड़क निर्माण को लेकर शुरू से मुखर रहे बीरबल,शनिराम,देवनाथ इम्तियाज,बाबू,चक्रधर समेत दर्जनों ग्रामीणों ने सड़क की इस दुर्दशा के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए सड़क निर्माण कार्य की जाँच एवं दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की माँग की है।

मरम्मत के बाद भी टूट रही सड़क:-छः माह पूर्व बनकर तैयार सड़क की जर्जर हालत को देख अधिकारियों ने उसकी मरम्मत करा उपयोगी बनाने का काफी प्रयास किया।टूटे सड़क की दुबारा मरम्मत कराई गई किंतु निर्माण के दौरान शुरुआती दौर में जो लापरवाही बरती गई वो सड़क की सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हुआ।मरम्मत के बाद भी सड़क के टूटने का दौर जारी है।

रोड़ कनेक्टिविटी को लेकर खाद्यमंत्री के प्रयासों को लगा झटका:- रोड़ कनेक्टिविटी के माध्यम से मजबूत एवं टिकाऊ सड़क का निर्माण करा क्षेत्र में आवागमन को सुगम बनाने क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्यमंत्री अमरजीत भगत के अथक प्रयासों को अधिकारियों की लापरवाही की वजह से बड़ा झटका लगा है। खाद्यमंत्री ने रोड़ कनेक्टिविटी से पूरे क्षेत्र को जोड़कर लोगो को एक अच्छी सुविधा देने का जो बीड़ा उठाया है अधिकारी उस पर पानी फेरने से बाज नही आ रहे है।

खाद्यमंत्री के प्रयासों से ही 3 करोड़ 89 लाख रुपये की लागत से रायकेरा तेलइधार सड़क निर्माण कार्य की स्वीकृति मिली थी जिसे लोक निर्माण विभाग के अधिकारी एवं ठेकेदार ने मिलकर बंटाधार कर दिया।


इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक एवं खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि उनका शुरू से ये प्रयास रहा है कि क्षेत्र में अच्छी,गुणवत्तापूर्ण एवं मजबूत सड़क का निर्माण हो ताकि आवागमन की सुविधा सुगम हो सके।

अगर मेरे प्रयासों को अधिकारी या ठेकेदार प्रभावित करते है और सड़क निर्माण में लापरवाही बरतते है तो वो सजा भुगतने को तैयार रहे।सड़क विकास का घोत्तक माना जाता है और मैं अपने क्षेत्र में मजबूत एवं टिकाऊ रोड़ कनेक्टिविटी को लेकर प्रतिबद्ध हुँ।