12 घंटे मे आए दूसरे अटैक से तहसीलदार का निधन … 16 दिसंबर को हुई थी ज्वाईनिंग

उदयपुर तहसीदार श्री डी.आर. मार्गिया का निधन 
अम्बिकापुर  
सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखंड में पदस्थ तहसीलदार डी.आर.मर्गिया का हार्ट अटैक मे दुखद निधन हो गया है।  दिवंगत तहसीलदार 55 वर्ष के थे और 1 महीने पहले ही उदयपुर तहसीलदार के रूप में कार्यभार संभाला था।  हार्ट अटैक के बाद उनको इलाज के लिए अम्बिकापुर के जीवन ज्योति अस्पताल मे भर्ती कराया गया था । लेकिन सुबह सात बजे दोबारा आए अटैक से उनकी ह्रदय गति रुक गई और उनका निधन हो गया।  उनके हंसमुख और कार्यप्रिय छवि के कारण उनकी मौत के बाद पूरे राजस्व अमले में शोक की लहर है । गौरतलब है कि तहसीलदार इन दिनो ओडीएफ, धान खरीदी और कैशलेस समेत विभागीय कार्यो के लिए काफी व्यस्त थे।
12 घंटे के भीतर आए दूसरे अटैक से मौत 
दरअसल तहसीलदार डी.आर. मार्गिया को कल रात तकरीबन 8:00 बजे उदयपुर स्थित उनके निवास पर हार्ट अटैक आया। जिसके बाद उनके परिजन और विभाग के लोगों ने उन्हें इलाज के लिए अंबिकापुर के जीवन ज्योति अस्पताल में भर्ती कराया गया, अस्पताल लाने के बाद उपचार के दौरान श्री मार्गिया की हालत में सुधार हो गया था, लेकिन सुबह 7:00 बजे के बाद आए दूसरे अटैक में तहसीलदार श्री मरगिया को नही बचाया जा सका और उनका निधन हो गया।  जानकारी के मुताबिक दिवंगत तहसीलदार श्री मार्गिया ने पिछले महीने दिसंबर की 16 तारिख को ही पदभार संभाला था और पदस्थापना के एक महीने के भीतर ही हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया।
शनिवार को ही पत्नी बच्चे पंहुचे थे 
55 वर्षीय तहसीलदार डी.आर. मर्गिया की पदस्थापना के बाद उदयपुर स्थित  निवास में अकेले रहते थे , लेकिन बीते शनिवार को उनकी पत्नी और पुत्र भी उदयपुर आ गए थे । इधर इस घटना के बाद उनकी पत्नी और बच्चो ने उन्हे अम्बिकापुर लाकर जीवन ज्योति अस्पताल मे भर्ती कराया था।  दिवंगत तहसीलदार श्री मार्गिया के पुत्र डीएसपी के पद पर पदस्थ है और वो सरगुजा मे अपर कलेक्टर रह चुके हीरालाल नायक के समधि है। अपनी पदस्थपना के एक महीने के भीतर ही श्री मार्गिया ने अपनी अपनी मिलनसार छवि से अधीनस्त कर्मचारियो औऱ अधिकारियो के बीच अच्छी साख बना ली थी। स्वर्गीय श्री मार्गिया कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर तहसील के सेले गांव के रहने वाले थे । उनके निधन से उनके गृहग्राम समेत जिले के राजस्व अमले मे शोक की लहर व्यापत है। बहरहाल सुबह सात बजे के बाद हुए निधन के बाद उनके परिजनो उनके शव को लेकर उनके पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए है।