ऑल इंडिया अंर्त विश्वविद्यालय मिनीगोल्फ प्रतियोगिता में सरगुजा के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन… सरगुजा विश्वविद्यालय पहली बार मेडल जीत रचा इतिहास..

अम्बिकापुर। सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ के प्रशिक्षित खिलाड़ी पहली बार ऑल इंडिया अंर्तविश्वविद्यालय मिनीगोल्फ महिला पुरुष प्रतियोगिता, सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी जयपुर में दिनांक 16 अप्रैल से 20 अप्रैल तक आयोजन में भाग लेते हुए सरगुजा मिनीगोल्फ की टीम सरगुजा विश्वविद्यालय में ऑल इंडिया अंर्त विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में मेडल जीतकर इतिहास रचा। जब से सरगुजा विश्वविद्यालय बना तब से आजतक पहली बार आल इंडिया अंर्त विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में यह उपलब्धि हासिल हुई।

सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ के प्रशिक्षित खिलाड़ी सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम जयपुर में कई मेडल जितते हुए सरगुजा जिला का नाम रोशन करते हुए सरगुजा विश्वविद्यालय का भी नाम बढ़ाया। सिंगल इवेंट मेंस में साकेत केडिया ब्रोंज मेडल एवं सिंगल इवेंट वूमेन में कशिश सिन्हा सिल्वर मेडल। डबल इवेंट वूमेन में प्रियंका पैकरा एवं पूजा पैकरा ब्रोंज मेडल, मिक्स डबल इवेंट मेंस में रजत सिंह एवं शिखा सिंह ने सिल्वर मेडल एवं मिक्स डबल इवेंट वूमेन में खुशबू केरकेट्टा एवं अभिजित झा सिल्वर मेडल, टीम इवेंट में संजना, खुशबू केरकेट्टा, पूजा पैकरा, नैंसी कश्यप, मुस्कान, श्रीजल साह, रविता यादव, वर्षा केरकेट्टा ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, इन खिलाड़ियों के अलावा अच्छा प्रदर्शन रहा ऋषभ गुप्ता, अभियान तिवारी, राहुल सिंह, सिकंदर राम पैकरा, अविनाश सोनवानी, कृष्णकांत ताम्रकर, आनंद कुमार, राहुल कुमार सिंह, शामिल हुए।

साथ ही साथ सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ की ओर से निर्णायक के रूप में आकाश दुबे ऑल इंडिया अंर्त विश्वविद्यालय मिनीगोल्फ प्रतियोगिता में भी सम्मिलित थे।

इस आयोजन में भारतीय मिनीगोल्फ संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रवीण मानवेडेकर सरगुजा मिनीगोल्फ के खिलाड़ियों का विशेष तारीफ किया। साथ ही राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह की विशेष मेहनत से सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ के खिलाड़ी स्कूल स्तर पर अच्छा प्रदर्शन रहता ही था पर विश्वविद्यालय स्तर भी अच्छा प्रदर्शन रहा। सरगुजा जिला में संघ के द्वारा नियमित प्रशिक्षण का तारीफ करते हुए कहा कि इसी वजह से आज बड़ी उपलब्धि मिली है।

सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ की ओर से राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह बताया कि इस खेल को लेकर लम्बे समय से स्कूल स्तर व कालेज स्तर टीम बनाने के पीछे कड़ी मेहनत करना पड़ा। लम्बे समय से प्रयास के बाद सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम बनाने में डॉ सुनिल गौराहा जी का बड़ा योगदान रहा। मैने नये खेलों को जुड़वाने के लिए पिछले चार पांच सालों से लगा था। आज भी सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम बनाने के प्रयास करते आ रहा था। तभी लम्बे समय के बाद डॉ सुनिल गौराहा के द्वारा राजिव गांधी पी. जी. कालेज के द्वारा इस खेल का ट्रायल व प्रशिक्षण कैम्प कराया गया।

इस कैम्प के लिए राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह बताया कि इस खेल के लिए संसाधन व खेल उपकरणों को उपलब्ध कराने जिला पंचायत उपाध्यक्ष व रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष आदितेश्वर शरण सिंहदेव जी का बड़ा योगदान रहा इन्हीं संसाधनो के सहयोग से मैने यह प्रशिक्षण दिया और खेल की बारिकियों की जानकारी दी गई।

‘सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ की ओर से राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि इस खेल को लेकर लम्बे समय से स्कूल स्तर व कालेज स्तर टीम बनाने के पीछे कड़ी मेहनत करना पड़ा। लम्बे समय प्रयास के बाद सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम बनाने में डॉ सुनिल गौराहा जी का बड़ा योगदान रहा। मैने नये खेलों को जुड़वाने के लिए पिछले चार – पांच सालों से लगा था।

आज भी सरगुजा विश्वविद्यालय की टीम बनाने के प्रयास करते आ रहा था। तभी लम्बे समय के बाद डॉ सुनिल गौराहा के द्वारा राजिव गांधी पी. जी. कालेज के द्वारा इस खेल का ट्रायल व प्रशिक्षण कैम्प कराया गया। इस कैम्प के लिए राष्ट्रीय कोच राजेश प्रताप सिंह बताया कि इस खेल के लिए संसाधन व खेल उपकरणों उपलब्ध कराने जिला पंचायत उपाध्यक्ष व रेडक्रास सोसाइटी के अध्यक्ष आदितेश्वर शरण सिंहदेव जी का बड़ा योगदान रहा इन्हीं संसाधनो के सहयोग से मैने इस प्रशिक्षण दिया और खेल की बारिकियों की जानकारी दी गई।

इस बड़ी उपलब्धि पर सरगुजा जिला मिनीगोल्फ संघ, छत्तीसगढ़ प्रदेश मिनीगोल्फ संघ, राजिव गांधी पी जी कालेज अम्बिकापूर, साईं बाबा कालेज और संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा संस्था प्रमुखों व स्टाफ के द्वारा सभी खिलाड़ियों को उज्वल भविष्य की कामना करते हुए जीत की बधाई दी।