Millets: ‘रागी के लड्डू’ हेल्दी और सेहतमंद, पढ़िए घर पर बनाने की रेसिपी

Chhattisgarh News: पूरा देश इस साल मिलेट्स ईयर मना रहा हैं। देश भर में लोगो को अपने खाने में मिलेट्स अपनाने की सलाह दी जा रही हैं। मिलेट्स में वैसे तो कई अनाज आते हैं पर रागी कोदो कुटकी मुख्य अनाज हैं। रागी कोदो कुटकी से कई सारे प्रोडक्ट्स जैसे पोहा, सूजी, दलिया, बिस्कीट, कुकीज, पास्ता, सेवई और ऐसे ही कई प्रोडक्ट्स बनते है लेकिन आपको ये भी बता दे कि रागी औऱ कोदो से स्वादिष्ट लड्डू भी तैयार किये जाते हैं। आज हम आपको इससे लड्डू कैसे बनते हैं इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

रागी के लड्डू बनाने की समाग्री और विधि



रागी के लड्डू बनाने के लिए आपको चाहिए – रागी का आटा – 1 कपचीनी बूरा – 1/2 कपघी – 1/2 कपबादाम – 8-10काजू – 8-10

रागी के लड्डू बनाने के लिए सबसे पहले काजू और बादाम के छोटे-छोटे टुकड़े काटकर बाउल में अलग रख दें। अब एक कड़ाही लें और उसमें घी डालकर मीडियम आंच पर गर्म करें। जब घी पिघल जाए तो उसमें रागी का आटा डालें और करछी से घी के साथ अच्छी तरह से मिक्स करें। अब आटे को 1-2 मिनट तक सेकें। जब आटे में से भीनी-भीनी खुशबू आना शुरू हो जाए तो कटे हुए काजू, बादाम डालकर मिला दें। इसे एक मिनट और भूनने के बाद गैस बंद कर दें। अब सिके आटे के ठंडा होने का इंतजार करें। जब आटा हल्का गर्म रह जाए तो उसे ट्रे या थाली में निकाल लें और उसमें स्वादानुसार चीनी का बूरा डालकर दोनों हाथों से अच्छी तरह से मिक्स कर लें। इसके बाद थोड़ा-थोड़ा सा मिश्रण हाथों में लेकर लड्डू बांधना शुरू करें। जैसे-जैसे लड्डू बंधते जाएं उन्हें एक थाली में अलग रखते जाएं। सारे मिश्रण के लड्डू बांधने के बाद उन्हें थोड़ी देर के लिए अलग रख दें, जिससे वे अच्छी तरह से बंध जाएं। अब खाने के लिए रागी के लड्डू पूरी तरह से तैयार हो चुके हैं।

रागी के फायदे

रागी को सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद माना गया है। भारत में रागी मुख्य रूप से कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और उत्तराखंड में भी उगाया जाता है। रागी में विटामिन सी, आयरन, एमिनो एसिड, एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए रागी फायदेमंद माना गया है।मिलेट्स फॉर हेल्थ की तरफ से बनाए गए रागी के लड्डू को उत्तर प्रदेश दिवस पर खूब पसंद किए गए। रागी के लड्डू बच्चों को भी खूब पसंद आते हैं। यह लड्डू देसी गुड़ के साथ तैयार किए गए हैं जिसके चलते इसमें फायदे और भी ज्यादा है। इसे बनाना बेहद आसान है।

रागी आयरन का अच्छा सोर्स है। इसके सेवन से हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है तथा अंकुरित रागी विटामिन-सी का लेवल बढ़ाता है। रागी के उत्पादन में कम पानी लगता हैं तथा उच्चाहान भूमि में इसकी फसल ली जाती है। रागी में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती हैं, एवं रागी में एंटी आक्सीडेंट होता है। रागी में चावल, मक्का गेंहू की तुलना में डायटरीफाईबर एवं पालीफेनाल्स अधिक होता हैं। जो ब्लड सुगर को नियंत्रित करता हैं। रागी के सेवन से शिशुवती महिलाओं के दूध में वृद्धि होती हैं।