देश के नामचीन लेखक और कवि रहेगें मौजूद, “घृणा के समय में प्रेम” के विषय पर आयोजित सेमिनार में करेंगे शिरकत

Raipur- साहित्य अकादमी, छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद की तरफ से इसी महीने की 11 और 12 तारीख़ को ‘घृणा के समय में प्रेम’ जैसे महत्वपूर्ण विषय पर दो दिवसीय कविता, कहानी, गायन और विचार गोष्ठी का आयोजन किया जा रहा हैं।

परिषद का यह आयोजन सिविल लाइंस के न्यू सर्किट हाउस स्थित कन्वेंशन हॉल में प्रतिदिन सुबह साढ़े दस बजे से प्रारंभ होगा और शाम छह बजे तक चलेगा। इस आयोजन में नामचीन लेखकों और विचारकों के साथ वे कवि भी अपनी हिस्सेदारी दर्ज करेंगे। जिन्हें आवाम का रचनाकार माना जाता हैं और युवाओं का एक बड़ा वर्ग पसंद करता हैं।

साहित्य अकादमी के अध्यक्ष ईश्वर सिंह दोस्त ने बताया कि इस कार्यक्रम में समाज में व्याप्त सांप्रदायिकता और वैमनस्यता के माहौल के कारणों व स्रोतों पर बात की जाएगी। आज मनुष्य के विवेक को कुंद करते हुए जिस तरह से नफरत का वातावरण निर्मित किया जा रहा हैं। तब आपसी प्रेम, सौहार्द्र और मनुष्य के विवेक को सुरक्षित रखने में लेखक, साहित्यकारों और संस्कृतिकर्मियों की भूमिका कैसी हो सकती हैं। इस पर बात की जाएगी। लेखक इस मुद्दे पर भी चर्चा करेंगे कि आपसी संवाद, सहिष्णुता, करुणा और प्रेम जैसे नैतिक मूल्यों को पुख्ता करने के लिए बेहतर ढंग से क्या किया जा सकता हैं।

विभिन्न सत्रों के रूप में आयोजित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में कहानी पाठ, कविता पाठ, परिचर्चा के साथ ही जनसरोकार से जुड़े गीतों और कविताओं पर महत्वपूर्ण ढंग से काम करने वाले इंडियन रोलर बैंड की प्रस्तुति भी होगी।

इस कार्यक्रम में वरिष्ठ और युवा कवि विष्णु नागर, नासिर अहमद सिकंदर, राकेश पाठक, हरीश चंद्र पांडे, मदन कश्यप, कुँअर रवीन्द्र, नंद कुमार कंसारी, विनोद वर्मा, निधीश त्यागी, रजत कृष्ण, अदनान कफील दरवेश, संजय शाम, अंशु मालवीय, अनुपम सिंह, अरबाज खान के साथ ही ‘याद रखा जाएगा सब कुछ याद रखा जाएगा’ जैसी जनप्रिय रचना लिखने वाले युवा कवि आमिर अज़ीज़, मॉब लीचिंग पर ‘वास्तविक कानून’ जैसी मर्मस्पर्शी कविता लिखने वाले नवीन चौरे और ‘कौन जात हो भाई’ जैसी कविता के जरिए अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करने वाले कवि बच्चा लाल उन्मेष कविताओं का पाठ करेंगे।

इसके साथ ही, वरिष्ठ साहित्यकार विष्णु नागर, प्रभु नारायण वर्मा, सियाराम शर्मा, मदन कश्यप, आशुतोष कुमार, विजेंद्र सोनी, वंदना चौबे सहित अन्य साहित्यकार विमर्श में भाग लेंगे। वहीं नामचीन कहानीकार राजेंद्र दानी, आनंद बहादुर, कैलाश बनवासी, कामेश्वर पांडेय, श्रद्धा थवाईत और राकेश मिश्र कहानी पाठ करेंगे। इस कार्यक्रम का संयोजन पत्रकार और लेखक राजकुमार सोनी कर रहे हैं।