‘अटल बिहारी’ के आवास में आईटी का छापा, पूर्व मंत्री के करीबियों में मचा हड़कंप; छानबीन कर रहे हैं Income Tax Department के अफ़सर

अनिल उपाध्याय
सीतापुर से फटाफट न्यूज के लिए

Income Tax Department raid in Surguja: पूर्व खाद्य मंत्री अमरजीत भगत (Amarjeet Bhagat) के करीबी रहे गौ सेवा आयोग के पूर्व सदस्य मैनपाट निवासी अटल बिहारी यादव (Atal Bihari Yadav) के निवास में देर रात आईटी ने छापा मारा। आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मंत्री के करीबियों के यहाँ पड़े छापे से इसे जोड़कर देखा जा रहा है। मैनपाट के नर्मदापुर निवासी अटल बिहारी यादव पूर्व मंत्री के काफी करीबी माने जाते है। प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता के दौरान पूर्व मंत्री ने इन्हें गौ सेवा आयोग का सदस्य बनाकर उपकृत किया था। वर्तमान में इनकी पत्नी जनपद पंचायत मैनपाट की उपाध्यक्ष है।

देर रात अटल बिहारी यादव के यहाँ आईटी अधिकारियों के छापे के दौरान घर के बाहर सुरक्षाकर्मियों ने डेरा डाल रखा है। अंदर आईटी के अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में दस्तावेज खंगालने में जुटे हुए है। अटल बिहारी यादव के यहाँ रात से जारी कार्रवाई पूरे दिन तक चलती रही। इस दौरान अधिकारियों के हाथ क्या लगे है यह बता पाना मुश्किल है। मैनपाट में अटल बिहारी यादव के यहाँ आईटी के छापे से पूर्व मंत्री के करीबियों में हड़कंप मचा हुआ है। मैनपाट से लेकर सीतापुर तक पूर्व मंत्री के कई करीबी लोग गायब नजर आ रहे है।

युंका ने किया केंद्र सरकार का पुतला दहन

आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के यहाँ आईटी के छापे से नाराज युंका ने पुतला दहन किया। विधायक निवास के सामने युंका ने पूर्व मंत्री के यहाँ आईटी के छापे को राजनीति से प्रेरित बताते हुए भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। युंकाइयो ने इसे केंद्र सरकार की सोची समझी साजिश बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और केंद्र सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।

गौरतलब है कि पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के यहाँ दो दिन पूर्व आईटी की टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दबिश दी थी। इस दौरान पूर्व मंत्री के करीबियों पर भी आईटी ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जिसके लपेटे में पूर्व मंत्री के करीबियों समेत कई कांग्रेसी नेता एवं अधिकारी आ गए हैं। जिनके यहाँ आईटी के अधिकारी आय से अधिक संपत्ति मामले में दस्तावेजों की छानबीन कर रहे है। आईटी के इस छापेमारी अभियान से पूर्व मंत्री के समर्थकों में हड़कंप मच गया है।