चतुर्थ वर्ग कर्मचारी ने शुरू की अनिश्चित कालीन हड़ताल

चतुर्थ वर्ग कर्मचारी ने शुरू की अनिश्चित कालीन हड़ताल
नंगे पांव सत्याग्रह के सामाजिक कार्यकर्ता ने समर्थन में रखा एक दिन का उपवास

अम्बिकापुर 

शासकीय पशु चिकित्सा अस्पताल में सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्रा अधिकारी द्वारा चतुर्थ श्रेणी के एक कर्मचारी को बेवजह मारपीट किये जाने को लेकर दोषी कर्मचारी के उपर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं किये जाने पर आज अस्पताल के सभी चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने काम बंद कर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये है। हड़ताल का समर्थन कर रहे नगें  पांव सत्याग्रह के संगठक रोजश नगे पांव ने एक कार्यालय के सामने एक दिन का उपवास रख उचित कार्यवाही की मांग की है।
ज्ञात हो की कर्मचारी पशु विभाग के कर्मचारी राहुल मानिकपुरी जो बटवाही स्थित पशु औषधालय मंे परिचालक के पद पर पदस्थ है। लेकिन उसे डाॅ. एम के चावला के मौखिक आदेश पर अम्बिकापुर पशु अस्पताल में चालक के पद पर बुलाया गया है। शुक्रवार की दोपहर वह किसी अधिकारी के कहने पर उसके पुत्र को घर छोड़ने पशु अस्पताल की शासकीय वाहन क्रमांक सीजी 02, 4852 से जा रहा था। तभी अग्रसेन चैक के पास जब वाहन रोका तो सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्रा अधिकारी एसपी कश्यप ने वहां पहुंचकर वाहन की चाबी लेकर उसे जिला अस्पताल के पास उतारकर उसकी पिटाई कर दी थी। जिसके बाद राहुल ने अपने साथ मारपीट करने की जानकारी संध के अध्यक्ष राहुल कुमार श्रीवास को दी। जिसके बाद संघ के कार्यकर्ता ने दोषी अधिकरी के विरूद्ध कार्यवाही किये जाने की मांग को लेकर काम बंद कर घटना की लिखित शिकायत आयुक्त, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को दी। दोषी अधिकारी के विरूद्ध किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं किये जाने पर आज विभाग के चतुर्थ वर्ग के सभी कर्मचारी अपनी मांग को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल में उतर गये। हड़ताल का समर्थन कर रहे नगें पांव सत्याग्रह के संगठन राजेश नंगेपांव ने भी आज धरना स्थल पहुंच एक दिन का उपवास रखा है। इस दौरान अरूण कुमार श्रीवास, किशन राम, राजमणी चैबे, तुलसी बाई, पुतली बाई, कुमारी बीना सिंह, कुमारी किरण सूर्यवंशी, श्रीमती सुचिता भगत, कृष्णा यादव, ठुनमुन राम, अशोक यादव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।
चतुर्थ वर्ग कर्मचारी राहुल मानिकपुरी ने जो आरोप सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्रा अधिकारी एसपी कश्यप के उपर मारपीट का लगाया है। इस संबंध में दोनों पक्षों व संघ का बयान लिया जा रहा है। जिसकी रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को दी जायेंगी जिसके बाद कलेक्टर के द्वारा ही किसी प्रकार का निर्णय लिया जायेंगा।