Chhattisgarh: पटवारी की मिलीभगत से हड़प ली 11 एकड़ सरकारी जमीन, कलेक्टर से शिकायत

बिलासपुर। कोटवार की जिम्मेदारी गांव की कानून व्यवस्था के साथ ही सरकारी जमीन को सुरक्षित रखने की होती है, लेकिन ग्राम बीजा का कोटवार वीरेंद्र रजक ने ग्रामीणों को धमकाने का काम शुरू कर दिया है। उसकी गुंडागर्दी दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। गुंडागर्दी के साथ ही पटवारी से मिलीभगत कर गांव के 11 एकड़ सरकारी जमीन को अपने नाम करा लिया है। कोटवार के गुंडागर्दी से परेशान ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्टर से शिकायत दर्ज कराई है। ग्रामीणों ने कोटवार को पद से हटाने और सरकारी भूमि को वापस करने की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर सौरभ कुमार ने एसडीएम तखतपुर को मामले की जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।

कलेक्टर सौरभ कुमार ने मंगलवार को जिला कार्यालय में आयोजित साप्ताहिक जनदर्शन में आए आमजनों की समस्याएं सुनी। उन्होंने जनदर्शन में प्राप्त कुछ आवेदनों का त्वरित समाधान किया, वहीं कुछ आवेदनों को टीएल की मीटिंग में पंजीकृत करते हुए उनके निराकरण के लिए संबंधित अधिकारियों को समय-सीमा दी। जनदर्शन में कलेक्टर ने लगभग 133 मामलों की सुनवाई की। करगीरोड कोटा की सुशीला साहू ने कोटा-रतनपुर मुख्य मार्ग चौड़ीकरण के लिए उनके अधिग्रहित भूमि का वास्तविक मुआवजा पांच वर्ष बाद भी प्राप्त नहीं होने पर आवेदन प्रस्तुत किया।

कलेक्टर ने इसे टीएल में रखते हुए एसडीएम कोटा को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। ग्राम पंचायत घोरामार के सरपंच व ग्रामवासियों ने आवेदन पत्र देकर शासकीय भूमि से अवैध कब्जा हटाने की मांग की। इस मामले में कलेक्टर ने एसडीएम तखतपुर को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी क्रम में ग्राम गढ़वट से आए एवसराम कश्यप ने दिव्यांग पेंशन प्रदाय करने का निवेदन करते हुए बताया कि उनके पास दिव्यांग प्रमाण पत्र होते हुए भी दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रहा है। कलेक्टर ने उनके आवेदन को टीएल में रखकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कोटा को आवश्यक निर्देश दिए।

ये शिकायतें भी मिलीं

– शशि कौशिक को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास का आवंटन नहीं हुआ है।

– सविता बाई श्रीवास की वृद्धावस्था पेंशन अचानक रोक दी गई है। चार से लगातार मिल रहा था। एक साल से नहीं मिल रहा है।

– आठ महीने पहले लाजवंती आसवानी को विधवा पेंशन योजना के लिए नामित किया गया है। स्वीकृति के बाद भी पेंशन की राशि नहीं मिल रही है।

– सिरगिट्टी निवासी गायत्री यादव के नाती को शिक्षा के अधिकार कानून का लाभ नहीं मिल रहा है।

– शीला आहुजा की निराश्रित पेंशन बंद कर दिया गया है।

– ग्राम कर्रा के मोहन लाल केंवट का नाम प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि नहीं मिल पा रही है।