नही माने ठेला,गुमटी संचालक.. प्रशासन ने अपनाया इस तरह का सख्त तेवर

  • ठेला व्यवसाइयों ने व्यापार करने निर्धारित जगह की  मांग की..
  • बतौली का प्रतीक्षा बस स्टैंड वर्षों से है उपेक्षा का शिकार..
    अम्बिकापुर (निलय त्रिपाठी) बतौली बगीचा चौक पर रोड तक अतिक्रमण कर ठेला और गुमटी चलाने वाले लोगों को समझाईस के बाद भी नही मानने पर राजस्व विभाग ने सख्त रूप अपनाते हुए कार्यवाही की ।शुक्रवार को समझाइश दिए जाने के बाद भी रोड किनारे आवागमन बाधित कर व्यवसाय चला रहे छोटे व्यवसाइयों में से तीन ठेले जप्त कर थाने में रखवा दिए गए हैं ।अंतिम रूप से अल्टीमेटम दिए जाने के बाद भी ठेला व्यवसाई अतिक्रमण करते रहे तो धारा 283 के तहत बतौली पुलिस  कार्रवाई करेगी ।उधर ठेला व्यवसाइयों ने व्यापार करने के लिए एक निर्धारित जगह की मांग प्रशासन से की है ।उनकी मांग है कि अतिक्रमण हटाने से पहले व्यवसाइयों के हित में भी सोचा जाना चाहिए था ।बतौली का प्रतीक्षा बस स्टैंड भी वर्षों से उपेक्षित है ना ही यात्रियों के बैठने की उचित व्यवस्था है और ना ही पूर्व में किए गए वादे के मुताबिक दुकानें बनाई गई हैं ।
  • बतौली बगीचा चौक सहित बगीचा रोड पर सड़क तक दुकान फैला चुके ठेला गुमटी व्यवसाइयों को  समझाइश देते हुए शुक्रवार को राजस्व विभाग ने अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की थी ।शनिवार को भी तीन ठेला व्यवसाई रोड किनारे दुकान चलाते हुए मिले। तीनों  व्यवसाइयों के ठेले जप्त कर थाने में रखवा दिए गए हैं।अंतिम रूप से सभी को अल्टीमेटम दिया जा रहा है ।फिर भी यदि अतिक्रमण जारी रहा तो धारा 283 के तहत कार्रवाई की जा सकती है। उधर छोटे व्यवसाइयों ने मांग की है कि पूर्व में किए गए वादे के मुताबिक प्रतीक्षा बस स्टैंड को सुविधा संपन्न बनाते हुए उनके  लिए दुकाने बनानी चाहिए ।इससे उन्हें आजीविका चलाने मदद मिल सकेगी ।उपेक्षित है बतौली का प्रतीक्षा बस स्टैंड
  • लगभग सात से आठ वर्ष पहले तत्कालीन कलेक्टर आर प्रसन्ना की पहल पर बतौली में प्रतीक्षा बस स्टैंड हेतु जगह निर्धारित की गई थी ।उस दौरान छोटे व्यवसाइयों सहित अन्य दुकानें संचालित करने हेतु  दुकानों के निर्माण के लिए स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदारी दी गई थी ।इसके अलावा अन्य सुविधाओं की बहाली के लिए भी निर्देश दिए गए थे ।सालों बीतने के बाद भी बतौली का बस स्टैंड आज भी उपेक्षित है। ना तो यहां यात्रियों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था है और ना ही दुकान संचालित करने हेतु कोई निर्माण कार्य आज तक हो पाया है । उसी दौरान बस स्टैंड  का संचालन  शुरू करने  से पहले पुराने माध्यमिक शाला के भवन के सामने शेड लगाकर यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया था । हालात ये हैं कि, यह प्रतीक्षालय आज बंद रहता है। शेड के नीचे यात्रियों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। इसके अलावा दुकान संचालित करने के लिए भी जगह ना होने की वजह से ठेला व्यवसायी अपनी दुकानें शेड के नीचे ही संचालित करते हैं ,जिससे यात्रियों को दिन भर धूप में बैठकर बसों का इंतजार करना पड़ता है। दुकाने ना होने की वजह से गरीब छोटे व्यवसायी इधर-उधर तपती धूप के नीचे व्यापार करने को मजबूर है । बतौली के पुलिसकर्मी भी पूरे दिन चौक में तपती धूप के नीचे ड्यूटी करने के लिए तैनात रहते हैं ।एक अदद पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण भी इतने वर्षों में नहीं हो पाया है ।स्थानीय लोगों सहित व्यवसाइयों की मांग है कि प्रतीक्षा बस स्टैंड को मानक अनुरूप बनाया जाना चाहिए। यात्रियों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए ।छोटे व्यवसाइयों सहित अन्य दुकानों के लिए जल्द निर्माण कार्य शुरू करना चाहिए ।इधर पिछले 2 दिनों से राजस्व विभाग की कार्रवाई से बतौली में हड़कंप मचा हुआ है ।लोगों की मांग है कि अतिक्रमण हटाने से पहले प्रशासन भी अपनी जिम्मेदारी समझे।

वेदप्रताप चतुर्वेदी नायब तहसीलदार बतौली
दूसरे दिन भी कुछ ठेला व्यवसाई सड़क तक दुकान लगा चुके थे ।उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। अन्य दुकानों को भी व्यवस्थित किया गया है ।आवागमन सुगम हो सके यही प्रयास किया जा रहा है ।इसके अलावा दुकानों के निर्माण के संबंध में और बस स्टैंड को सुविधा संपन्न बनाने के संबंध में पंचायतों से बातचीत की जाएगी। इस बारे में अवश्य संज्ञान लिया जाएगा ।