हॉस्टल की चारदीवारी के अंदर ऐसा जुर्म हुआ कि सडक पर उतर गई वहां रहने वाली छात्राएं

अम्बिकापुर (क्रांति रावत)

जिले के उदयपुर बस स्टैंड में पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास की छात्राएं अचानक सडक पर उतर गई. और अम्बिकापुर बिलासपुर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया. जिससे बिलासपुर अम्बिकापुर मार्ग पर यातायात पूरी तरह से रूक गया. आंदोनरत सभी छात्राएं छात्रवास अधिक्षिका को हटाने की मांग कर रहीं हैं.

जिले के उदयपुर मे बीईओ कार्यालय के पास संचालित पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास का संचालन करने वाली संचालिका मतलब छात्रावास अधीक्षिका के खिलाफ छात्राओं का आक्रोश अब सडक पर आ गया है. छात्रावास की चारदीवारी के अंदर अधीक्षिका छात्राओं पर इस कदर जुर्म ढा रहीं हैं कि लडकियों को मजबूरन आंदोलन का रास्ता अपनाना पडा. प्राप्त जानकारी के अनुसार अधीक्षिका सुशीला तिग्गा छात्रावास मे रहने वाली छात्राओ से आयदिन दुर्व्यवहार करती है. और रात का खाना सुबह और सुबह का बचा खाना दुसरे दिन तक खिलाती हैं. इतना ही नहीं छात्राओं ने ये आरोप भी लगाया है कि उनको शासन द्वारा निर्धारित मीनू मे खाना नहीं मिलता है. इधर छात्राओं ने इस मामले की शिकायत जब जिम्मेदार अधिकारियों से की तो अधीक्षिका ने छात्राओं के परिजनों को बुलाकर उन्ही के सामने बच्चियों को जलील भी किया था. हालांकि लगातार मानषिक और शारीरिक रूप से प्रताणित इन छात्राएं गले तक पानी भरने की स्थिति मे आंदोलन करने पर बाध्य हुई. छात्राओ के इस चक्काजाम और आंदोलन की भनक लगते ही उदयपुर तहसीलदार सुधीर खलको मौके पर पहुंचे. और कार्रवाई का आश्वासन देकर छात्राओं को सडक से किनारे तो करवा दिया. लेकिन अधीक्षिका को हटाने की मांग को लेकर छात्राएं अभी भी सडक किनारे नारेबाजी कर रहीं हैं.

गौरतलब है कुछ दिन पहले ठीक ऐसा ही मामला मुख्यालय अम्बिकापुर मे आया था. जिसमे बनारस रोड स्थित प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास की लडकियां हॉस्टल अधीक्षिका को हटाने सडक पर उतरी थीं और आखिरकार आदिवासी विकास विभाग के सहा. आयुक्त को उनका तबादला करना पड़ा था. खैर इस मामले मे क्या होता देखना होगा.