अम्बिकापुर : 10 साल से ठेकेदारों को नहीं मिली SD की राशि… अब निगम के ख़िलाफ़ खोला मोर्चा..

अम्बिकापुर। सरगुज़ा जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में ठेकेदारों ने अम्बिकापुर नगर निगम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पिछले 10 साल से विभिन्न कामों की सुरक्षा निधि (SD) की राशि वापस नहीं किए जाने को लेकर शुक्रवार को ठेकेदारों ने अम्बिकापुर नगर निगम आयुक्त से मुलाक़ात की।

ठेकेदारों ने बताया की उनके द्वारा पिछले 10 साल से जितने भी काम किए हैं उसकी सुरक्षा निधि राशि लगभग 8 से 9 करोड़ रुपए बकाया है। जो नगर निगम द्वारा उन्हें वापस नहीं किया गया है। ठेकेदारों ने यह भी कहा कि अगर नगर निगम उनकी सुरक्षा निधि वापस नहीं करती है, तो वह काम बंद करने का भी अल्टीमेटम देंगे।

गौरतलब है की नगर निगम द्वारा ठेकेदारों से जो भी निर्माण कार्य कराया जाता है। उससे पहले सुरक्षा निधि के रूप में कुछ राशि जमा कराई जाती है, ताकि अगर ठेकेदार काम छोड़कर चला जाए या फिर काम गुणवत्ता विहीन हो तो उस राशि का उपयोग उस काम में किया जा सके। इधर ठेकेदारों ने पिछले 10 साल में कई काम किए और सुरक्षा निधि भी जमा की। लेकिन काम खत्म होने के बाद आज तक उन्हें सुरक्षा निधि की राशि वापस नहीं की जा सकी है।

ठेकेदारों ने बताया की उनके द्वारा सुरक्षा निधि (SD) की कई बार इसकी मांग की जा चुकी है। लेकिन निगम द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए सभी ठेकेदार शुक्रवार को पुनः नगर निगम पहुंचे थे। और नगर निगम आयुक्त से मुलाकात कर अपनी बात रखी।

ठेकेदारों ने कहा कि सुरक्षा निधि की राशि को वापस करने की प्रक्रिया आसान है। परंतु नगर निगम ने इसे जटिल बना रखा है। वे अपनी राशि के लिए पिछले 10 साल से परेशान हैं। ठेकेदारों ने कहा कि वर्ष 2010 से सुरक्षा निधि की राशि उन्हें वापस नहीं मिल सकी है। कई बार इस संबंध में मांग करने पर निगम अधिकारी उक्त विषय पर विचार हो रहा है कहकर पूरा मामला पेंडिंग में रखे हुए हैं। जबकि दूसरे अन्य विभागों में ऐसा नहीं होता है। ठेकेदारों ने कहा कि हम अभी सिर्फ सूचना दे रहे हैं, अगर राशि वापस नहीं की जाती है तो काम बंद करने का भी अल्टीमेटम दिया जाएगा।

“इस संबंध में नगर निगम आयुक्त प्रभाकर पांडेय ने कहा.. काम के पहले ठेकेदारों से सुरक्षा निधि जमा कराने का नियम है, जिसे काम खत्म होने के बाद वापस किए जाने का भी प्रावधान है। वर्ष 2010 से ठेकेदारों को सुरक्षा निधि वापस नहीं किए जाने का मामला उनके संज्ञान में आया है। वे अकाउंट सेक्शन को डिटेल बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।”