सात अरब के टेंडर से बनने वाले एनएच से हुई फजीहत..अब नई कंपनी के अधिकारी हो रहे तैनात..!

अम्बिकापुर- निलय त्रिपाठी
सात अरब रुपए के टेंडर से बनने वाले एनएच का मामला इस समय अधर में लटका हुआ है। आधे अधूरे काम की वजह से सड़क पर इन दिनों चलना मुश्किल हो गया है। पिछले पखवाड़े भर से ठेका प्राप्त कंपनी के अधिकारी नदारद हैं। काम बंदी की स्थिति है। रोजाना परेशानियों के बीच अब एक नई खबर आ रही है कि एक नई एजेंसी के अधिकारी क्षेत्र में सड़क निर्माण की जिम्मेदारी संभालने आ चुके हैं। पिछले तीन दिनों से संबंधित एजेंसी के अधिकारी सड़क निर्माण के लिए सर्वे का काम कर रहे हैं। उधर क्षेत्रीय विधायक ने मजदूरी भुगतान की समस्या को लेकर सरगुजा कलेक्टर से मुलाकात की है ।
एन एच 43 के नवनिर्माण की मांग काफी वर्षों से की जाती रही थी।  क्षेत्र की जनता की ओर से लगातार  उठ रही मांग और सरकार के सघन सड़क निर्माण अभियान के मद्देनजर चेन्नई की एक कंपनी को 7 अरब रुपए का भारी भरकम टेंडर दिया गया था। अक्टूबर 2016 में एन एच विभाग ने कंपनी को सड़क हैंडओवर की थी ।लेकिन उसके बाद सोलह महीने बीतने के बाद भी नाम मात्र की सड़क नहीं बनी है ।सुआरपारा  से लेकर शांतिपारा नाले तक और चिरंगा मोड़ से लेकर लमगांव तक रोड क्लीयरेंस का काम हुआ ।इसके अलावा कुछ बेस बनाने के काम भी हुए हैं ।लेकिन नियमों के अनुसार कार्य इतना नहीं हो पाया कि ठेका कंपनी को काम के एवज में भुगतान मिल सके ।लिहाजा इसका खामियाजा व्यापक तौर पर काम में लगे मजदूरों और वाहन स्वामियों को भुगतना पड़ा है ।पिछले सात से आठ महीनों का भुगतान संबंधितों का बकाया है ।
इसी बीच लगातार भुगतान की समस्या से जूझ रहे वाहन स्वामियों और मजदूरों ने काम बंद का ऐलान कर दिया ।पिछले पखवाड़े भर से  सड़क निर्माण का कार्य बंद है । कंपनी के अधिकारी भी अचानक निर्माण कार्य की जिम्मेदारी छोड़कर नदारद हो गए ।बतौली क्षेत्र में प्रशासनिक तौर पर भी कंपनी के अधिकारियों का पता लगाने की काफी जद्दोजहद की गई। अंतिम रुप से जानकारी मिली कि 15 फरवरी को भुगतान की समस्या खत्म हो जाएगी और उसके बाद सड़क निर्माण का कार्य किसी तरह शुरू किया जाएगा ।इसी बीच यह आशंका जताई जा रही थी कि कंपनी कुछ एजेंसियों को काम सौंप सकती है और उसके बाद कार्य में प्रगति दिखाई देगी। लिहाजा इस मामले में एक नई खबर आ रही है ।पिछले 3 दिनों से अस्वद कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी क्षेत्र में आ चुके हैं ।निर्माण कार्य के संबंध में वे सर्वे का कार्य कर रहे हैं ।जल्दी उनके द्वारा निर्माण कार्य शुरू होगा और जैसा की उम्मीद की जा रही थी कि जी वी आर कंपनी ने जो कार्य आधे अधूरे छोड़ दिए हैं वह कार्य जी वी आर कंपनी ही करेगी ।
इसके अलावा अब आगे यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि कुछ और  एजेंसियों को भी सड़क निर्माण के कुछ हिस्सों का कार्य सौंपा जा सकता है। गौरतलब है कि रोजाना लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। आम जनता को अभी तक साफ तौर पर यह नहीं पता है कि सड़क निर्माण के क्षेत्र में कब प्रगति दिखाई देगी।  इसलिए लगातार यह मांग भी की जा रही है कि प्रशासनिक तौर पर यह सार्वजनिक किया जाए कि सड़क निर्माण के क्षेत्र में अब क्या प्रक्रिया हो रही है और आगे कब अच्छी खबर सामने आ पाएगी। फिलहाल नई कंपनी के अधिकारियों की मौजूदगी ने अब नए सवाल खड़े कर दिए हैं ।उम्मीद की जा रही है  कि सड़क निर्माण का कार्य अब बेहतर तरीके से शुरू हो पाएगा।
विधायक मिले सरगुजा कलेक्टर से
लगातार मजदूरी भुगतान को लेकर उठ रही मांग और कंपनी के अधिकारियों के नदारद रहने के बीच स्थानीय विधायक अमरजीत भगत ने पहल की है। उन्होंने प्रभावितों के साथ सरगुजा कलेक्टर से मुलाकात की ।इस मामले में अमरजीत भगत ने बताया कि किराए पर ली गई वाहन के स्वामियों, मजदूरों ,पेट्रोल पंप मालिक,किराए पर लिए गए ऑफिस के स्वामियों के साथ उन्होंने सरगुजा कलेक्टर को सारी समस्याएं बताई हैं ।सरगुजा कलेक्टर ने जल्द ही भुगतान की समस्या खत्म करने का ठोस आश्वासन दिया है । विधायक ने कहा कि सड़क निर्माण कार्य की स्थिति काफी गंभीर है ।जल्द ही इस समस्या से उबरना होगा ।तभी क्षेत्र की जनता राहत महसूस कर सकेगी।