शासकीय कन्या क्रीडा परिसर की छात्राओं ने लगाए उत्पीडन के आरोप. मचा बवाल. आरोपी ने बल पूर्वक लडकियों को शिकायत करने से रोका…

अम्बिकापुर .शासकीय कन्या क्रीडा शिक्षा परिसर की छात्राओं ने अपने ऊपर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. बच्चियों ने उत्पीड़न का आरोप अपने टीचर के पति पर लगाया है. मामले ने तूल तब पकडा. जब अपने साथ घटित घटना की शिकायत करने छात्राए कलेक्टर के पास जा रही थीं. और आरोपी ने बच्चियों को बलपूर्वक रोकने का प्रयास किया और मौके पर एसडीएम और डीएसपी तक को पहुंचना पड़ा.

जानकारी के मुताबिक शहर के गंगापुर इलाके में स्थित कन्या क्रीड़ा परिसर की छात्राओं ने कन्या परिसर में पदस्थ शिक्षिका के शिक्षक पति पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है. आरोपी फिलहाल में दरिमा गांव के शासकीय कन्या विद्यालय में पदस्थ हैं. जो पहले कन्या शिक्षा परिसर मे ही पदस्थ था. जिस पर कन्या परिसर मे, पदस्थापना के दौरान यहां पढ़ने वाली छात्राओं ने उत्पीड़न और बदसलूकी का आरोप लगाया था. जिसके बाद बीते दिसंबर माह में यहां की छात्राओं ने मामले की शिकायत कलेक्टर से की थी .लेकिन उस समय जांच हुई या नहीं यह तो अभी तक स्पष्ट नहीं है. चूंकि आरोपी वर्तमान मे एरियल एक्का की पत्नी कन्या शिक्षा परिसर में ही पदस्थ थी इसलिए वह रोज यहां पर आना जाना करता है. और यहां रहकर वो शिकायत करने वाली लड़कियों पर लगातार शिकायत करने की बात को लेकर प्रताड़ित करता था. लिहाजा लड़कियों ने एक बार फिर शिकायत करने की ठानी और कन्या क्रीड़ा परिसर में रहकर पढ़ने और खेलकूद की शिक्षा लेने वाली छात्राओं ने फिर शिकायत करने छात्रावास से निकली. तो इसकी भनक आरोपी को लगी. और वो छात्रावास से निकली छात्राओं को बलपूर्वक रोकने की कोशिश कर रहा था तभी मामले में हो रहे हो हल्ला के बीच एसडीएम अजय त्रिपाठी और महिला डीएसपी दल बल के साथ मौके पर पहुंच गए और बच्चियों को सुरक्षित वाहनों में बिठाकर कन्या परिसर वापस ले आए. मामले मे फिलहाल शहर के महिला थाना की टीआई को बुलवाकर प्रताड़ित बच्चियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. बयान दर्ज होने और जांच के बाद यह बात साफ हो जाएगी. कि 15 से 16 छात्राओं ने अपने स्कूल की शिक्षिका के पति पर उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगाया है वह कितना सही और कितना गलत है.. जानकारी तो ये भी है कि जिस कन्या परिसर मे ये घटना सामने आ रही है. वहां नियम के मुताबिक पूरूष शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकती है. फिर भी यहां पर एक दर्जन से अधिक पुरूष शिक्षक पदस्थ हैं. ऐसे मे इस तरह की घटना की पुनरावृति फिर संभव है.

जांच के बाद कार्यवाही. एसडीएम

मामले में एसडीएम अजय त्रिपाठी तो लड़कियों के बयान उनके परिसर के अंदर ही दर्ज किए जा रहे हैं और बयान दर्ज होने जांच होने के बाद पुलिस विधि अनुरूप आरोपी पर कार्यवाही करेगी..