वैश्य हलवाई (मोदनवाल) समाज ने मनाई मोदनसेन जयंती

अम्बिकापुर श्री कान्यकुब्ज वैश्य हलवाई (मोदनवाल) समाज की के महिला मंच के द्वारा श्री मोदन सेन महराज की जयन्ती मनाई गई.. इस अवसर पर समाज के महिला, पुरुष व बच्चे सभी शामिल हुए.. जयंती कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्री मोदनसेन महराज की छाया चित्र पर द्वीप प्रज्वलित कर उनका पूजन कार्यक्रम किया गया.. इसके बाद महिलाओं रंगोली प्रतियोगिता और प्रश्न मंच का आयोजन किया.. जिसमे समाज की माहिलाओ ने बढ़ चढ़ कर भागीदारी निभाई.. कार्यक्रम के अंत में सभी स्वजातीय बंधू एक साथ भोजन किये..
इस दौरान समाज के महिला मंच की संथापक मुक्ता गुप्ता ने हलवाई समाज के उत्थान के लिए कई बाते कही.. मोदनसेन जयंती के अवसर पर सभी को एकत्र कर संगठित रहने की अपील की उन्होंने अपने उद्बोधन में विशेष रूप से अंतिम संस्कार में होने वाले ब्रम्ह भोज को बंद करने की अपील करते हुए कहा की अगर समाज में किसी का निधन हो जाता है तो तेरहवीं के दिन ब्रम्ह भोज इस तरह आयोजित किया जाता है जैसे किसी शुभ अवसर पर किसी पार्टी का आयोजन हो.. यह गलत है दुःख की घड़ी में इस तरह के आयोजन उचित नहीं है.. लिहाजा ब्रम्ह भोज के संस्कार को करना ही है साधारण रूप से करें..
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गौरतलब है की अंबिकापुर में हलवाई (मोदनवाल) समाज संगठित तो पहले से है लेकिन मोदनसेन जयंती अम्बिकापुर में पहली बार मनाई गई है.. समाज के राष्ट्रीय और प्रादेशिक संगठन के द्वारा.. लखनऊ, जबलपुर, बिलासपुर सहित अन्य जगहों में मोदनसेन जयंती मनाई जाती रही है.. लेकीन इस वर्ष समाज के महिला मंच ने अम्बिकापुर में भी यह शुरुआत कर दी है..जिससे सभी सामाजिक बंधू खुस है. और सभी ने इस प्रयास की सराहना भी की है..दरअसल मोदनसेन जयंती कार्तिक माह की नवमी तिथि यानी अक्षय नवमी के दिन मनाई जाती है… कार्यक्रम का संचालन संगीता गुप्ता और आभार प्रदर्शन माया गुप्ता ने किया… इस आयोजन को सफल बनाने में समाज के अध्यक्ष मुक्ता गुप्ता, सचिव संगीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष माया गुप्ता, सुचित्रा , संध्या , सरोज रेणु माधुरी रीना, एकता ,सीमा ,नीलू,प्रिया ,निकीटा, रंजना , ममता , माधुरी ,स्नेह, अमिता कंचन , अन्नपूर्णा , उर्मिला ,अनिता ,प्रार्थना , रीता, राधा , सीता , चंद्रवती , श्वेता ,मंजू ,कविता , कमला ,ननदा , शांता , रीता , यशोदा। अभिमन्यु गुप्ता, संतोष गुप्ता, प्रकाश गुप्ता, प्रदीप गुप्ता, राजेश गुप्ता, गौरीशंकर गुप्ता, कन्हैया गुप्ता, राकेस गुप्ता, ॐ प्रकाश गुप्ता, सूर्य प्रकाश गुप्ता, संजीत गुप्ता, बंशी गुप्ता, बनारसी, बद्री, संजय, माता प्रसाद, पंकज गुप्ता, हरिकिशन गुप्ता, गुड्डू गुप्ता सहित सभी स्वजातीय बंधुओ ने सपरिवार सहयोग प्रदान किया…