मंदबुद्धि बच्चों के लिये शुरू हुआ स्पेशल एजुकेशन

जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में हो चुकी अब तक 1120 बच्चों की स्क्रीनिंग  

अम्बिकापुर – दीपक सराठे 

मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर स्थित चिरायु प्रोग्राम अंतर्गत संचालित जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र से संभाग के लोगों को स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी लाभ मिल रहा है। इस केंद्र में सायकलोजिकल, फिजियाथेरेपी, स्पीच, ऑडियोलॉजी व डेटल विभाग के चिकित्सकों द्वारा अब तक 1120 बच्चों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। अब इस केंद्र में स्पेशल एजुकेशन की शुरूआत जनवरी माह से हो चुकी है। स्पेशल एजुकेशन की मदद से अब बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास की स्थिति का न सिर्फ पता चल सकेगाए बल्कि बच्चों की उन कमियों को भी दूर किया जा सकेगा।

ज्ञात हो कि वर्तमान समय में बच्चे कई सायक्लोजिकल परेशानियों का सामना कर रहे हैं। बच्चों के साथ स्कूलों व घरों में दूसरे बच्चों की अपेक्षा तुलनात्मक बातों से बच्चे डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। किसी तरह उनका शारीरिक व मानसिक विकास जो रूक गया होता है उसे स्पेशल एजुकेशन के माध्यम से दूर किया जा सकता है। जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में इसके लिये स्पेशल एजुकेटर नीरज साहू की नियुक्ति के साथ.साथ पूरे संसाधन भी मुहैया कराये गये हैं। इस केंद्र की बात करें तो अब तक सरगुजा संभाग से 367 मंदबुद्धि बच्चे सामने आ चुके हैं। इसके अलावा 52 बच्चे ऐसे हैं जिन्हें पढने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। मंदबुद्धि के साथ.साथ चेहरे में विकृति जैसे 14 व ओरिजम के 6 केश सामने आये हैं। मनोविज्ञान विशेषज्ञ डॉ माधुरी मिंज की मानें तो वर्तमान समय में बच्चे कई प्रकार की सायक्लोजिकल परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस केंद्र में केवल मंदबुद्धि ही नहींए बल्कि जो बच्चे नॉरमल हैं वे भी आकर इसका लाभ ले सकते हैं। इस प्रोग्राम के अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक के लोगों की स्क्रीनिंग होती है। हर प्रकार की परेशानी को दूर करने अलग.अलग विभाग में चिकित्सक व जानकार पदस्थ हैं। फिजियोथेरेपी में डॉ आकांक्षा कौशलए डेंटल में डॉ सुप्रिया टोप्पोए ऑडियोलॉजी में हितेश कश्यप अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

होगा प्रचार.प्रसार.कलेक्टर

सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि संभाग व जिले मे मंदबुद्धि व शारीरिक रूप से अविकसित बच्चों के लिये स्पेशल एजुकेशन की जो शुरूआत की गई है उसका लाभ लोगों को मिलेए इसके लिये व्यापक प्रचार.प्रसार दिये जायेंगे. ताकि लोगों को इसका लाभ मिल सके।