मेडिकल कालेज अस्पताल की व्हीलचेयर के टूटे चक्के. रस्सियों को बांध बनाया पायदान

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मरीजों को हो रही परेशानी

अम्बिकापुर- दीपक सराठे 

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कई आवश्यक संसाधनों की कमी व उपलब्ध संसाधनों के खराब हो जाने के कारण इन दिनों मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में सारी व्हीलचेयर पुरानी व खराब हो चुकी है। कई के तो चक्के तक निकल चुके हैं। किसी तरह मरीज को व्हीलचेयर में बैठा भी दिया तो पैर रखने के लिये पायदान भी नहीं है। यही हाल स्ट्रेचरों का भी है। कई स्ट्रेचरों के चक्के जवाब दे चुके हैं। आलम यह है कि परिजन मरीज को अपने कंधों व गोद मे उठाकर ले जाते दिखते हैं।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हर रोज सैकड़ो की संख्या में मरीजों का आना जाना लगा रहता है। खासतौर पर दुर्घटनाओं से संबंधित मरीज ज्यादतर यहां पहुंचते हैं। ऐसी स्थिति में पैर फे्रक्चर होने व अन्य गंभीर स्थिति के दौरान अस्पताल में व्हीलचेयर व स्ट्रेचर के चक्कों का टूटा होना परेशानी का सबब बना हुआ है। गलती से परिजन मरीज को व्हीलचेयर में बैठा भी दिये तो कुछ दूरी तक ले जाने में हालत खराब हो जाती है। व्हीलचेयरों की हालत यह है कि मरीजों के पैर रखने के लिये पायदान तक नहीं बचे हैं। मेडिकल कॉलेज अस्पताल अपनी सुविधाओं और संसाधनों का दावा जरूर करता हैए परंतु इस छोटी एवं महत्वपूर्ण सुविधा की ओर अब तक प्रबंधन का ध्यान नहीं गया है। इस परेशानी से मरीज व परिजनों को रोज दो.चार होना पड़ रहा है।

जानकारी लेता हॅू.कलेक्टर

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में टूटे व्हीलचेयर व स्टे्रचर के संबंध में जानकारी लेने पर सरगुजा कलेक्टर भीम सिंह ने कहा कि अगर ऐसी बात है तो मैं इसकी जानकारी लेता हूॅ। जल्द ही उचित व्यवस्था बनाई जायेगी।