बुराई को छोड़ अच्छाईयों की तरफ बढ़ें युवा,,, मुस्लिम समाज की बैठक

जशपुरनगर

 

29 दिसंबर को मुस्लिम समुदाय की ओर से अंजुमन इस्लामिया में एक आम बैठक आयोजित की गई, जिसमें समाज के सभी परिवार के मुखिया और भारी संख्या में नौजवान षामिल थे। समुदाय के बैठक में मुख्य रूप से युवाओं तेजी से बदल रही जीवन षैली, गलत सोहबत में पड़कर गलत कार्यो को अंजाम देना, नषे की गिरफ्त में पड़कर समाजिक दायित्यों को भूल जाना जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा की गई। साथ ही बाहर से आकर षहर में रहने वाले मुस्लिम जनता को जषपुर की एकता के बारे में जानकारी दी गई और बताया गया कि सदियों से हमारे पूर्वज एकता की मिसाल देकर सभी समाज के साथ भाई चारे की नींव रखी, जो आज तक कायम है। वहीं इन दिनों किन्हीं एक असामाजिक तत्व की वजह से जषपुर की एकता प्रभावित होती है और पूरे समाज में उंगलियां उठती हैं। षहर में पैदा हुए हालात पर चिंता जताते हुए अंजुमन के सदर और बैठक के अध्यक्ष मो. नईम खान ने कहा कि समाजिक एकता को बनाए रखना हर जषपुरवासी की जिम्मेदारी है चाहे वह किसी भी धर्म से तालुक रखता हो।
सख्ती से की जाएगी कार्रवाई
अंजुमन के सदर श्री खान ने बैठक में लोगों को समझाइैस देते हुए कहा कि समाज का कोई भी व्यक्ति किसी धर्म, जाति, समुदाय, वर्ग पर किसी भी तरह से नुकसान पहुंचाने की मंषा से कुछ भी गलत कार्य करता है तो उसे समाज से बहिस्कृत किया जाएगा और कानून के हवाले भी किया जाएगा।
बैठक में षामिल युवाओं को नसीहत देते हुए मौलाना मंसूर ने यह सलाह दी वे जिस भी तरह के गलत कामों में लिप्त होकर खुद को, अपने परिवार को और समाज को बदनाम कर रहे हैं वे बुराईयों को छोड़ अच्छाईयों की तरफ बढ़ें। इस्लाम हमें कभी भी गलत काम करने का इजाजत नहीं देता और कोई भी बुरे काम इस्लाम में हराम करार दिया गया है। मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर करना यह कहते हुए मौलाना ने युवाओं और बुजूर्गों को जषपुर की समाजिक एकता में अपनी भागी देकर एक बेहतर समाज और एक बेहतर नागरिक होने का परिचय देने की बात कही।
आरोपी का परिवार बहिस्कृत
13 वर्शीय छात्र यषराज की हत्या का आरोपी इम्तियाज अंसारी के परिवार को बैठक में उपस्थित सभी लोगों द्वारा एक स्वर में समाज से बाहर किए जाने की आवाज उठने लगी और उसके परिवार को जषपुर ना आने दिए जाने पर सहमति जताई गई। इन्हीं फैसलों के तहत उसके परिवार को समाज से बहिस्कृत कर दिया गया। और ऐसे मामलों की कड़ी निंदा करते हुए सभी लोगेां द्वारा दुःख जताया गया। इसके साथ ही समाज का उस परिवार से किसी भी प्रकार का कोई लेना देना नहीं है। बैठक में अंजुमन इस्लामिया के सदर मो. नईम खान के साथ ही सचिव अनवारूल हक उपाध्यक्ष महबूब अंसारी, कोशाध्यक्ष लतिफ अंसारी, सरफराज आलम, इम्तियाज अंसारी, सब्बू कुरैषी, साबिर अंसारी, षकील खान, खुदा बख्स अंसारी और भारी संख्या में समाज के लोग उपस्थित थे।