जिला अस्पताल में वार्ड ब्वाय लगा रहे मरीजों को इंजेक्शन

स्वीपर चढ़ा रहे बोतल , मारीजों से अटा अस्पताल

अम्बिकापुर

दीपक सराठे की रिपोर्ट

 

मौसमी बीमारियों खासकर वायरल बुखार से पीडि़त मरीजो की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। इसका प्रत्यक्ष उदाहण संभाग के सबसे बडे़ अस्पताल में देख जा सकता है। अस्पताल के महिला मेडि़कल व सीताराम वार्ड के हालात ऐसे है कि जमीन तक मरीजो से अटी पड़ी है। आलम यह है कि वार्ड में दाखिल गंभीर मरीजों को जीवन दीप समिति ने कार्य करने वाले वार्ड ब्वाय व स्वीपर इंजेक्शन लगा रहे है। अव्यवस्था का यह आलम आज देखने को मिला ।

सीताराम वार्ड में लगभग मरीज बुखार से पीडि़त है। इनमें कई तो जहर सेवन करके आए गंभीर मरीज है । मरीजों की संख्या वार्ड मे बढ़ने से स्टाॅफ नर्सो के पसीने छूटने लगे हैै । इस कारण से नर्से वार्ड ब्वाय व स्वच्छक से अपना काम चला रही है। अस्पताल प्रबंधन के शख्त निर्देंश है कि वार्ड में दाखिल मरीजों को इंजेक्शन लगाने व बाॅटल चढ़ाने उतारने का काम स्टाॅफ नर्सो को ही करना है। परन्तु धरातल पर इस निर्देश का कितना पालन हो रहा है । यह इन दिनों जिला अस्पताल के विभिन्न वार्डोे में देखा जा सकता है। रात का समय हो या दिन का समय , नर्सो का आधा से अधिक काम वार्ड ब्वाय व स्वीपर के हाथों हो रहा है । आज की ही बात करंें तो डायलिसिंस वार्ड मं ड्यूटी कर रहे जीवन दीप के एक वार्ड ब्वाय द्वारा सीताराम वार्ड आकर मरीजों को इंजेक्शन लगाया जा रहा था । पत्रकारों को देख वार्ड ब्वाय घबरा गया । और कहा कि इसकी शिकायत मत किजीएगा नहीं तो हमें ही डांट सुनना पडे़गा । वार्ड में ड्यूटी कर रही स्टाॅफ नर्सो को इसकी कोई परवाह नही थी । वार्ड मंें मरीजों की संख्या ज्यादा होने से थक कर स्टाॅफ नर्से ड्यूटी कक्ष में ही बैठी थी । पूरा काम वार्ड ब्वाय व स्वीपर करते दिख रहे थे । किसी मरीज को बाॅटल लगाना हो या उतारना हो इसके लिए स्टाॅफ नर्से बकायदा वार्ड ब्वाय को निर्देशित कर रही थी । ज्ञात हो कि कुछ दिन पूर्व इस प्रकार के बढ़ती शिकायतोें के मद्देनजर अस्पताल के आरएमओं व अस्पताल सलाहकार ने सारे वार्ड ब्वाय व स्वीपरों की एक बैठक लेकर उन्हें निर्देशित किया था कि वे लोग मरीजो को इंजेक्शन लगाने व बाॅटल चढ़ाने का काम छोड़कर अपने काम पर ध्यान दें । परन्तु वर्तूमान में ऐसा कुछ भी दिखाई नही दे रहा है । अस्पताल की साफ -सफाई करने वाले ही मरीजो को इंजेक्शन लगाने लगे तो उस अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था का तो भगवान ही मालिक है ।
वार्डों में फैली बदबू
इन दिनों जिला अस्पताल के लगभग वार्ड में मरीजो की संख्या में इजाफा होने से गंदगी भी ज्यादा हो रही है। इसके लिए मरीज भी जिम्मेदार है । आलम यह है कि वार्ड में थोड़ी देर खड़ा होना भी दूभर हो गया है। वार्डो में बदबू होने से कई सक्र्रांमक बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। खास तौर से यह स्थिति अस्पताल के सर्जिकल वार्ड व सीताराम वार्ड में ज्यादा बनी हुई है।
टीम आने तक था दिखावा
केन्द्र की कायाकल्प योजना के अंतर्गत अपने को स्वास्थ्य सुविधाओं व व्यवस्था में नम्बर वन लाने तक प्रबंधन ने दिन रात एक कर दिया । अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था से लेकर कई नियम नये बनाये गए । पिछले दिनों फाइनल टीम के आकर जाने के बाद मानों अस्प्ताल की पुरानी व्यवस्था फिर से लौट आयी है। अस्पताल के वार्डों में वार्ड ब्वाय व स्वीपरों द्वारा मरीजों को इंजेक्शन लगाना इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। यही नहीं वार्डो मे बदबू का साम्राज्य फिर से स्थापित हो गया है।