अंतिम संस्कार के लिए जलाई अगरबत्ती और लग गई भीषण आग

गांव में अफरा-तफरी, आग बुझाने में लगे ग्रामीण 

अम्बिकापुर

दीपक सराठे 

गुरूवार की सुबह नगर से लगे ग्राम क्रांतिप्रकाशपुर में छोटे झाड़ के जंगल में आग लग जाने व आग गेहूं के खेत में पहुंच जाने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। किसी तरह बाल्टी-बाल्टी पानी लाकर गेहूूॅ के खेत को सुरक्षित किया गया, परंतु सूखे पत्तों के कारण छोटे झाड़ के जंगल में आग तेजी से लोगों के घरों तक बढने लगी थी। सूचना पर एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा, कोतवाली की टीम व दमकल वाहन मौके पर पहुंचे थे। दमकल के निर्धारित स्थान तक पहुंचने के लिये सुविधा नहीं होने पर नाले का पानी में मोटर लगाकर किसी तरह आग पर काबू पाया गया। आग बूझने तक कई एकड़ के छोटे झाड़ के जंगल राख हो चुके हैं।

 

जानकारी के अनुसार ग्राम क्रांतिप्रकाशपुर शमशान घाट की ओर गुरूवार की सुबह प्रेम नामक युवक की पत्नी का अंतिम संस्कार क्रियाकर्म किया गया था। इस दौरान लगाई गई अगरबत्ती सूखे पत्तों में पडने से आग लग गई। हवाओं के चलने के कारण आग तेजी से छोटे झाड़ के जंगलों में बढने लगी। एक ओर गेहूं के खेत की ओर बढ़ रही आग की लपटें देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। लोग अरहर के पौधों को तोड़-तोड़कर आग बुझाने का जुगत लगाने लगे। आग गेहूं के खेत में भी पहुंच चुकी थी। गांव के सुनील पांडेय के खेत में लगी गेहूं की फसल को हल्का नुकसान हुआ है। किसी तरह बाल्टी में पानी लाकर गेहूं की फसल में लगी आग को तो बुझा लिया गया, परंतु छोटे झाड़ के जंगलों में सूखी पत्तियों के कारण आग की लपटें कई फिट ऊपर तक उठ रही थी। मौके पर पहुंचे एसडीएम श्री शर्मा व पुलिस कर्मियों ने भी आग पर काबू पाने की कोशिश करते हुये ग्रामीणों को दिशा निर्देश दिया। दमकल की बड़ी वाहन वहां तक नहीं पहुंचने पर एसडीएम ने तत्काल छोटी वाहनों को लाने निर्देश दिये। तब तक नाले के पानी में मोटर पम्प लगाकर आग पर काबू पाया गया। आग अभी भी पूरी तरह नहीं बुझ पाई है। कभी भी आग और भड़क सकती है। इस आग से एक एकड़ से ज्यादा छोटे झाड़ के जंगल प्रभावित हुये हैं।