सरगुजा कलेक्टर ऋतु सैन को दी गई भावभीनी विदाई…

  • राष्ट्रीय स्तर पर सरगुजा को दिलाई पहचान 
  •  कलेक्टर श्रीमती सैन को कलेक्टोरेट परिवार की भावभीनी विदाई 
  • समस्त उपलब्धियों का श्रेय अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को : श्रीमति सैन 
अम्बिकापुर
सरगुजा कलेक्टर श्रीमती ऋतु सैन का स्थानांतरण संचालक, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिषन एवं अपर विकास आयुक्त के पद पर रायपुर होने के कारण आज कलेक्टोरेट परिवार की ओर से भावभीनी विदाई दी गई। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर. एक्का, अनुविभागीय अधिकारी श्री आर.एन. सिंह एवं श्री आर.एन. पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्री उज्जवल पोरेवाल, श्री उमेष पटेल, तहसीलदार श्रीमती शारदा अग्रवाल, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री नानसाय मिंज, श्री वेद प्रकाष गुप्ता, अधीक्षक श्री अजय श्रीवास्तव, सहायक अधीक्षक श्रीमती कृष्णा सरकार एवं श्रीमती सविता आईच द्वारा कलेक्टर के मार्गदर्षन में किये गये उल्लेखनीय कार्यो एवं अपने कार्यानुभव के संबंध में उद्गार व्यक्त किये गये।
कलेक्टर श्रीमती सैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि कार्यकाल की समस्त उपलब्धियों का श्रेय अधीनस्थ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जाता है, जिन्होंने पूरी लगन और निष्ठा के साथ प्रतिबद्धतापूर्वक लक्ष्य की प्राप्ति सुनिष्चित की। उन्होंने इस अवसर पर अपने कार्यालयीन स्टाफ के एक-एक कर्मचारी का नाम लेकर उनके प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रषासनिक अधिकारी एक प्रवासी पक्षी की तरह होते हैं जो कुछ अवधि के लिए नये बसेरे में आते हैं तथा पूरी प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करते है और समय आने पर पुनः नये स्थान के प्रवास पर चले जाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रषासनिक मुखिया होने के कारण कुछ स्थितियों में कुछ कठोर निर्णय भी लेने पड़ते हैं, जिन्हें एक व्यक्ति के रूप में लेना कठिन प्रतीत होता है। उन्होंने सभी को ठहाके लगाकर कडुवाहट को भूलकर सिर्फ सुखद बातों का स्मरण रखने का आग्रह किया।
अधिकारियों ने जिले के संर्वांगीण विकास के लिए सुपोषित, षिक्षित एवं समृद्ध सरगुजा अभियान का स्मरण करते हुए अभियान के सफल संचालन हेतु कलेक्टर द्वारा किये गये विषेष कार्यो को उल्लेखनीय एवं अविस्मरणीय बताया। महिला सषक्तिकरण हेतु जिला प्रषासन द्वारा महिलाओं की जागरूकता के लिए चलाये गये विभिन्न अभियानों का भी स्मरण किया गया। अधिकारियों ने बताया कि इस जागरूकता अभियान से सरगुजा जैसे आदिवासी बाहुल्य जिले की ग्रामीण आदिवासी महिलाएं स्व सहायता समूह के माध्यम से संगठित होकर विभिन्न आर्थिक गतिविधियों का संचालन कर रही है।
इस अवसर पर महिलाओं के सम्पूर्ण स्वास्थ्य जांच के लिए चलाये गये ‘‘हमर सखी स्वस्थ सखी’’ अभियान, किषोरी बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए ‘‘हमर बेटी हमर अभिमान’’, नन्हें बच्चों को सुपोषित करने के उद्देष्य से ‘‘सुपोषित नगर अभियान’’, शहर को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए ‘‘प्लास्टिक कैरी बैग मुक्त अभियान’’,  पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक झण्डी से मुक्त चुनाव, अषिक्षा, कुपोषण एवं खुले में शौच से मुक्ति के लिए ‘‘संकल्प सूत्र’’ आदि अभियानों के सफलतापूर्ण संचालन का स्मरण किया गया। संकल्प सूत्र अभियान के तहत जिले का नाम ‘‘लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड’’ में दर्ज किया गया। 15 अगस्त 2014 को जिले के 352 ग्राम पंचायत 7 विकासखण्ड मुख्यालय एवं कार्यालय, जिला मुख्यालय एवं जिला स्तरीय कार्यालय में प्रातः 9 बजे से 12 बजे तक 2 लाख 11 हजार 71 लोगों ने संकल्प सूत्र बांधकर अषिक्षा, कुपोषण एवं खुले में शौच से मुक्ति का संकल्प लिया।
कलेक्टर के मार्गदर्षन में नगर पालिक निगम क्षेत्र अम्बिकापुर को स्वच्छ रखने के उद्देष्य से ‘‘ठोस एवं तरल अपषिष्ठ प्रबंधन’’ के कार्य ने सरगुजा को राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। अधिकारियों ने बताया कि श्रीमती सैन के मार्गदर्षन में बिना किसी बाहरी दबाव के नियमानुसार कार्य सम्पादित किये गये। अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने श्रीमती सैन के सुखद पारिवारिक एवं प्रषासनिक जीवन की शुभकामनाओं के साथ स्मृति चिन्ह देकर उन्हें भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर कलेक्टोरेट परिवार के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।