पद्मश्री दामोदर गणेश बापट का निधन.. मुख्यमंत्री ने कहा देहदान का संकल्प अनुकरणीय

जांजगीर चाम्पा । जिले के पद्मश्री दामोदर गणेश बापट का निधन हो गया। वो 87 साल के थे। लंबे समय से बीमार चल रहे बापट काफी दिनों से बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में भर्ती थे। कुष्ठ रोगियों के लिए अपनी पूरी जिंदगी को समर्पित करने वाले बापट ने असहाय और मरीजों के लिए चाम्पा के सोंठी आश्रम का निर्माण किया था, जहां उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने पद्मश्री सम्मानित श्री दामोदर गणेश बापट के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समाजसेवी पद्मश्री सम्मानित श्री दामोदर गणेश बापट के निधन पर गहरा दुःख प्रकट किया है। श्री बापट का बीती रात बिलासपुर के एक अस्पताल में निधन हो गया। मुख्यमंत्री ने अपने शोक सन्देश में कहा है कि स्वर्गीय श्री बापट ने अपना पूरा जीवन कुष्ठ रोगियों की सेवा में समर्पित कर दिया।

चांपा शहर के नजदीक ग्राम सोठी में भारतीय कुष्ठ निवारक संघ द्वारा संचालित आश्रम में कुष्ठ पीड़ितों के इलाज के साथ उनके पुनर्वास के अनेक कार्यों की उन्होंने शुरुआत की। कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया।

मानवता की सेवा के प्रति स्वर्गीय श्री बापट का समर्पण अनुकरणीय और देहदान का संकल्प प्रेरणादायक है। उनका निधन छत्तीसगढ़ के लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है।