दुश्मन भी गले मिल जाते है… जब सक्ती राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह चरण दास महंत के साथ नामांकन भरने कलेक्टर कार्यालय पहुचें….बने प्रस्तावक…

– पूर्व मंत्री सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने चरण दास मंहत के बने प्रस्तावक
जांजगीर चांपा। अविभाजित मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री सक्ती राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह एक समय चरण दास मंहत के कटटर विरोधी मे जाने जाते थे . लेकिन आज सक्ती राजा डां चरण दास महंत के समर्थन में नामाकंन दाखिल करने साथ पहुचें तो कलेक्टर कार्यालय का नजारा अलग रहा है। जैसे ही सक्ती राजा कलेक्टर कार्यालय कांग्रेस प्रत्याशी व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डां चरण दास मंहत के समर्थन मे प्रस्तावक बन कर महंत के साथ नामाकंन भरने पहुंचे। सभी इस नजारा देख औचक रह गये। वही सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि इस देश में एक इमानदार आदमी की जरूरत है। कांग्रेस पार्टी की तरीफ करते रहे। मंहत जी के चुनाव लडने पर कहा खुशी की बात हैं। पहले की राजनीति अलग विचारधारा की राजनीति थी अब समय स्थिति सभी बदल गये हैं। दूसरी ओर चरण दास महंत ने कहा राजा जी सक्ती से मुझे आर्शीवाद देने यहां आये हैं । महंत के मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर कहा कि चरण दास मंहत मुख्यमंत्री बनने के लायक है क्यों नही बन सकते। 2013 के विधानसभा चुनाव मे राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने चरण दास के समर्थक सरोजा मनहण राठौर के खिलाफ गोगपा पार्टी से चुनाव लड़ अच्छे खासे वोट प्राप्त कर राठौर केा सक्ती से हराने मे अहंम भूमिका निभाये थे। लेकिन इस समय कुछ उल्टा ही नजारा देखने को मिल रहा हैं। डां चरण दास महंत राजा को मनाने मे सफल हो गये। वही महंत के समर्थन मे खुल कर सामने आकर खुशी जाहिर कर रहे है। डां महंत के लिए इस चुनाव मे राजा साहब की समर्थन से हवा का रूख महंत के पक्ष मे जाता दिख रहा है । हालांकि जीत किसकी होगी यह कहना जल्दबाजी होगी।
जब डां महंत के समर्थको ने राजा साहब को बैठक से बाहर निकलवा दिये थे…
एक समय ऐसा आया था कि कांग्रेस पार्टी के जांजगीर बैठक मे राजा सुरेन्द्र बहादुर केे पहुचने पर डां चरण दास महंत के समर्थकों ने यह कह कर राजा साहब को बाहर निकालवा दिये थें वे कांग्रेस पार्टी से निकासित सदस्य हैं पर समय के साथ लुले लंगडे को भी मामा कहना पड़ता है इस कहावत के साथ डां चरण दास मंहत के समर्थक आज राजा साहब के सेवा सत्कार मे लगे थे। जो उनका विरोध करते थे।