तीन नर हाथी पहुंच रहे थे शहर के नजदीक.. लेकिन इन लोगो के आते ही कैसे बदल गया रास्ता…?

अम्बिकापुर  हाथियों के लिए स्वर्ग बन चुके सरगुजा मे हाथी समस्या निपटाने का बहुत प्रयास जारी है.. लेकिन ग्रामीण इस समस्या से बेहद परेशान हो चुके है… ऐसी ही परेशानी फिर सामने आ गई है..और हाथी शहर के बेहद नजदीक आ गए है.. खतरे की बात ये है, कि जिन तीन हाथियों का नया बना दल शहर से लगे सोनवाही गांव पहुंचा है.. उनमे तीनो नर हाथी है.. जिसमे दो दंतेल है…

वन विभाग के मुताबिक

शाम को ये खबर आई कि शहर के बनारस रोड स्थित सोनवाही जंगल मे हाथी दिखे है.. जिसके बाद सीसीएफ के.के.बिसेन द्वारा बनाई टीम के हाथी एक्सपर्ट टीम के साथ वन विभाग के बांकी लोग मौके पर पहुंचे तो जानकारी लगी कि तीन मेल हाथियों ने नई टीम बना ली है.. जो सोनवाही, लटोरी जंगल मे मौजूद है… जिसमे दो दंतेल हाथी है…

वन विभाग का दावा
वन विभाग के हाथी एक्सपर्ट ने बताया कि हाथी के बनारस रोड से लगे सोनवाही और सोनगरा जंगल मे आए तीनों हाथी फिलहाल शहर तरफ ना आकर पुराने स्टाप सेंटर रमेशपुर की ओर चले गए हैं.. लेकिन रमेशपुर के लोग इस नए ग्रुप के मेल हाथियों की वजह से दहशत मे है… रमेशपुर वही गांव है जहां हाथियों का दल कई कई दिनो तक बांध किनारे अपना अड्डा जमा लेते है….

कालेज बिल्डिंग रतजगा करने पर मजबूर ग्रामीण..

सोनवाही मे इन तीन नर हाथियों के आने की खबर जैसे ही गांव मे पहुंचे.. वैसे ही हाथियो के आतंक से थर्राए लोग गांव मे नवनिर्मित एक कालेज का छत पर चढ गए.. क्योकि उन्हे उम्मीद थी कि गांव मे यही एक ऐसी जगह है.. जहां हाथी नही पहुंच सकता है……आलम ये है कि हाथी दहशत मे आए ये ग्रामीण कालेज की छत को अपना आशियाना बना चुके हैं… और रतजगा करने को मजबूर हो चुके है….