NH निर्माण कंपनी और तहसील की अव्यवस्था पर भड़की कलेक्टर किरण….लगाई फटकार…

@Nilay tripathi

बतौली वासियों ने कलेक्टर का रास्ता रोककर अपनी परेशानियां गिनाई

बतौली बुधवार को अपने सीतापुर दौरे के दौरान सरगुजा कलेक्टर किरण कौशल जर्जर एन एच देख कर बिफर पड़ीं। कलेक्टर ने बतौली और शांतिपारा में चार जगहों पर रुक कर सड़क निर्माण की जांच की.. इस दौरान उन्होंने ठेका कंपनी के अधिकारियों को जमकर फटकारा.. बतौली वासियों ने भी पुराने बस स्टैंड पर कलेक्टर के वाहन को रोककर जर्जर सड़क की वजह से होने वाली परेशानियां गिनाई.. इसके अलावा कलेक्टर बतौली तहसील की अव्यवस्था को देखकर भी भड़की और तहसील कार्यालय में साफ़ सफाई और रंग रोगन बेहतर करने को कहा..

दरअसल सरगुजा कलेक्टर किरण कौशल बुधवार को अपने सीतापुर दौरे पर थी.. इस दौरान उनके साथ अनुविभागीय अधिकारी सीतापुर अजय त्रिपाठी और जिले के आला अधिकारी मौजूद थे.. कलेक्टर का काफिला बतौली से होते हुए सीतापुर की ओर जा रहा था, इसी बीच बतौली वाटिकापारा में कलेक्टर किरण कौशल ने जर्जर सड़क के गड्ढों की जांच की । इसके बाद थोड़ी ही दूर पर बतौली के पुराने बस स्टैंड पर आम लोगों ने हाथ देकर कलेक्टर के वाहन को रोक लिया था। इस दौरान लोगों ने जर्जर सड़क की वजह से और लगातार उड़ रहे धूल के गुबार से होने वाली एक एक परेशानियां कलेक्टर को सुनाई । कुछ बच्चे भी इस मौके पर कलेक्टर से अपनी परेशानी बताने लगे। सारी बातें सुनकर सरगुजा कलेक्टर ने एक हफ्ते के अंदर सुआरपारा से लेकर बतौली तक मानक स्तर का टायरिंग कराने का वादा किया। इसी समय उन्होंने तत्काल ठेका कंपनी के अधिकारियों को बुलाने आदेश दिया। अमरजीत भगत भी सड़क पर मौजूद भीड़-भाड़ देख कर आ गए थे और उन्होंने भी कलेक्टर से सड़क के संबंध में विस्तारपूर्वक बातचीत की ।उन्होंने बताया कि पैच रिपेयरिंग के दौरान भी ठेका कंपनी धूल मिश्रित निर्माण सामग्री डालती है और उसके बाद लगातार उड़ती धूल से आमजन का जीना मुश्किल हो जाता है ।

कलेक्टर का काफिला इसके बाद बगीचा चौक से आगे रुका था। गौरतलब है बगीचा चौक से लेकर दो सौ मीटर का पैच पूरी तरह जर्जर हो चुका है । बार-बार रिपेयरिंग के बाद भी यह क्षेत्र बेहद जर्जर बना हुआ है। कलेक्टर ने कंपनी के जनरल मैनेजर को इस बात पर जमकर फटकारा. जनरल मैनेजर ने बताया कि इस जगह की पैच रिपेयरिंग में अभी तक पांच लाख रु खर्च हो चुके हैं ।बावजूद इसके सड़क सुधर नहीं पा रही है और लोग इसमें रोजाना पानी डाल देते हैं। कलेक्टर ने इस बात पर ठेका कंपनी के अधिकारियों को काफी देर नसीहत दी और कहा कि सुआरपारा से लेकर बतौली तक पहले पैच रिपेयरिंग करें और उसके बाद बी टी कराकर एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट सौंपे। इसके अलावा अनुविभागीय अधिकारी और कलेक्टर कार्यालय में रोजाना रिपोर्ट भी प्रस्तुत करें ताकि आमजन को हो रही परेशानी की जानकारी मिल सके ।श्रीमती कौशल शांतिपारा से आगे निकल कर बासेन के पास भी रुकी थी ।वहां दो सौ मीटर सीमेंट-कांक्रीट का काम ठेका कंपनी ने शुरू किया है लेकिन उसके बाद फिर बुधवार को काम रोक दिया गया।इस बात पर कलेक्टर ने पूछा कि अनियमित गति से काम करने की वजह क्या है ।जब काम कल शुरू किया गया था तो आज क्यों नहीं किया गया ।उन्होंने कंपनी के अधिकारियों को प्रगति दिखाने और कार्य की गति बढ़ाने के ठोस निर्देश दिए।कलेक्टर ने यह भी कहा कि जर्जर सड़क की मरम्मत तब तक जारी रहेगी जब तक की सड़क निर्माण पूरी तरह शुरू नहीं हो जाता ।यदि सुआरपारा से बतौली तक सड़क मरम्मत के काम में कोताही बरती गई तो दोबारा सड़क उखाड़कर फिर से टायरिंग करना पड़ेगा।

तहसील कार्यालय में भी भड़की कलेक्टर
सरगुजा कलेक्टर बतौली तहसील कार्यालय भी गई थी ।इस दौरान उन्होंने तहसीलदार के केबिन की जांच की। पूरे तहसील कार्यालय में फैली धूल और गंदगी पर अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कार्यालय में साफ सफाई के प्रति ध्यान रखने की नसीहत भी तहसीलदार को दी ।कलेक्टर को केस निपटारे के संबंध में पूछताछ के दौरान बताया गया कि आज तहसीलदार कोर्ट में 15 और नायब तहसीलदार कोर्ट में 10 केस निपटारे के लिए प्रस्तुत किए गए हैं। कल सिर्फ तीन केस के संबंध में आर्डर दिया गया है। इस बात पर कलेक्टर ने कहा कि यह बहुत ही धीमी गति है। ऐसे में फरियादियों को काफी इंतजार करना पड़ेगा ।इस संबंध में ध्यान दिया जाना आवश्यक है। सरगुजा कलेक्टर ने कुछ केस भी बारीकी से देखें ।इस दौरान पूर्व के तहसीलदारों की टिप्पणियों पर भी उन्होंने आपत्ती व्यक्त की ।लगातार प्रतिपरीक्षण दिए जाने को लेकर भी संदेह प्रकट किया कि बार-बार फरियादियों को कोर्ट में आने की जरूरत क्या है ?जल्दी केस निपटारा किया जाना चाहिए ।

सिर्फ तारीख देती है ठेका कम्पनी
जर्जर सड़क की मरम्मत के संबंध में जब सरगुजा कलेक्टर ने ठेका कंपनी से पूछा कि कितने दिनों में सड़क मरम्मत हो जाएगी ,तो कंपनी ने तीन दिनों का वादा फिर से किया ।इस बात पर आस-पास मौजूद लोगों ने कहा कि यह कंपनी लगातार तारीखे देने में ही व्यस्त रहती है ।काम के प्रति रुचि नहीं है ।लगातार अमानक कार्य किए जा रहे हैं ।इस पर सरगुजा कलेक्टर ने कहा कि तीन नहीं सात दिन ले लें लेकिन जर्जर सड़क की मरम्मत करके दिखाएं। सरगुजा कलेक्ट्रेट के बाद पेटला की ओर रवाना हो गई थी।