शराब का दिल्ली-छत्तीसगढ़ में विरोध… तो MP में समर्थन क्यों… पूर्व सीएम का शिवराज सरकार से सवाल

मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती एक बार फिर शराबनीति को लेकर पर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ खुल कर सामने आ गई हैं। शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए उमा भारती ने शराब नीति को लेकर बीजेपी शासित मध्य प्रदेश  सरकार से सवाल पूछे हैं। साथ ही उन्होंने शराब खोरी के शिकार हो रहे युवकों को लेकर भी अपनी चिंता व्यक्त की।

उमा भारती ने ट्वीट कर पूछा कि दिल्ली और छत्तीसगढ़ में बीजेपी जब शराब का विरोध कर रही है तो फिर मध्य प्रदेश में शराब का समर्थन क्यों। उन्होने लिखा कि कल से चैत्र की नवरात्रि है यह नौ दिन नारी शक्ति की पूजा का पर्व है। शुक्रवार से सरकार ने मध्य प्रदेश में नई शराब नीति लागू की है। इसमें लोगों को ज्यादा शराब कैसे पिलाई जा सके, अहातों में ज्यादा शराब कैसे परोसी जा सके इस व्यवस्था को निश्चित किया है।

अन्य एक ट्वीट में उमा भारती ने लिखा, ‘छत्तीसगढ़ एवं दिल्ली की भारतीय जनता पार्टी की राज्य की इकाइयां इसी प्रकार की शराब की नीति के विरोध में सड़क पर उतर आए हैं। मैं मध्य प्रदेश की महिलाओं एवं बेटियों के साथ हूं, शराबखोरी के शिकार हो गए बेटों के लिए भी चिंतित हूं, उनकी इज्जत एवं जान पर खेलकर हम राजस्व कमा रहे हैं इस पर शर्मिंदा भी हूं।’

बता दें कि मध्य प्रदेश में शुक्रवार से नई शराब नीति लागू हो चुकी है, जिसमें शराब बनने से लेकर ग्राहक तक पहुंचने के बीच कमाई का जो मार्जिन था। उसे कम कर दिया गया है, जिसके चलते शराब की कीमतें घट जाएंगी।

गौरतलब है कि बीते महीने उमा भारती ने भोपाल में एक शराब की दुकान में पत्थर मारकर बोतलें फोड़ डाली थीं। इस पर उन्होंने कहा था कि बरखेड़ा पठानी आझाद नगर, बीएचईएल में मजदूरों की बस्ती में शराब की दुकानें हैं जो कि एक बड़े आहाता में लोगों को शराब परोसते हैं। पास में मंदिर हैं, छोटे बच्चों के स्कूल हैं। जब लड़कियां और महिलाएं छतों पर खड़ी होती हैं तो शराब पिए हुए लोग उनको लज्जित करते हैं।