Mobile App से फंसाकर 7 छात्राओं से रेप, कॉलेज की टीचर बनकर बात करता था आरोपी मजदूर

MP Crime News: टेक्नोलॉजी एक ओर तो लोगों की जिंदगी आसान बना रही है, दूसरी ओर इसी टेक्नोलॉजी के गलत इस्तेमाल से कई लोगों की जिंदगी भी बर्बाद हो रही है। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में शनिवार को सनसनीखेज वारदात का खुलासा हुआ। यहां कॉलेज की 7 छात्राओं को दुष्कर्म का शिकार बनाया गया। इन छात्राओं में एक नाबालिग लड़की भी है। आरोपियों ने लड़कियों को फंसाने के लिए वॉइस चेंजिंग एप का इस्तेमाल किया था। जब यह मामला सामने आया तो पूरे जिले में हड़कंप मच गया।

दरअसल, शुक्रवार को शासकीय कॉलेज की एक छात्र की शिकायत पर दुष्कर्म के केस दर्ज किया गया है। पीड़ित ने बताया कि उसे कॉलेज की टीचर का फोन आया। उन्होंने स्कॉलरशिप के डाक्यूमेंट्स के लिए सुनसान जगह बुलाया। जब छात्रा वहां पहुंची तो आरोपियों ने उसके साथ गलत काम किया। पुलिस ने केस की जांच शुरू की ओर मोबाइल नंबर और लोकेशन के जरिए आरोपी को गिरफ्तार किया।

स्कॉलरशिप के नाम पर फंसाते थे आरोपी

पुलिस ने मुख्य आरोपी बृजेश राजपूत को गिरफ्तार किया, जो पेशे से मजदूर है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने कॉलेज की कुल 7 छात्राओं को इसी तरह से शिकार बनाया। आरोपियों को इन छात्राओं को फंसाने के लिए मोबाइल App का सहारा लिया। आरोपी ऐप से कॉलेज टीचर बनकर महिला की आवाज में बात करके स्कॉलरशिप के लिए दस्तावेज मंगवाने के नाम पर सुनसान जगह बुलाता था। आरोपी उन कॉलेज छात्राओं को निशाना बनाते थे, जिन्हें स्कॉलरशिप मिलती है। एक पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की थी।

दुष्कर्म के बाद लूट लेते थे मोबाइल

सीधी एसपी रविंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने एप के जरिए 7 छात्राओं को जाल में फसाया था। पुलिस ने अब तक चार छात्राएं जो पीड़ित है उनको ढूंढ कर शिकायत दर्ज कर ली है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। उसके दो सहयोगी राहुल और संदीप नाम है। सात पीड़ित छात्राओं में एक नाबालिग है। आरोपी युवतियों से दुष्कर्म के बाद मोबाइल लूट लेते थे। पुलिस आरोपियों के पास से मोबाइल बरामद कर लिए हैं।

सीधी आदिवासी छात्राओं से दुष्कर्म मामले में सियासत

मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की। कमलनाथ ने सरकार पर भड़कते हुए X पर लिखा-  मामले की जांच उच्चस्तरीय हो। एमपी में आदिवासी बच्चियों की सुरक्षा के लिए स्पेशल टास्क फोर्स बनाई जाए। सीधी जिले में स्कॉलरशिप का झांसा देकर सात आदिवासी छात्राओं से बलात्कार का समाचार अत्यंत व्यथित करने वाला है। पुलिस का कहना है कि और भी लड़कियाँ इसका शिकार हो सकती हैं अर्थात बलात्कार पीड़ित आदिवासी लड़कियों की संख्या 7 से अधिक भी हो सकती है। देश अब तक भूला नहीं है कि इसी सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के सिर पर भाजपा के नेता ने पेशाब की थी।

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