जूता फेंककर मारने से गुस्साई पत्नी ने भाई के साथ मिलकर पति को मार डाला, फ़िर शव लेकर पहुंची अस्पताल

मध्य प्रदेश के बैतूल में पुलिस ने रेलवेकर्मी की हत्या मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने मामले में मृतक की पत्नी और उसके चचेरे भाई को ही मुख्य आरोपी बनाया है। हत्या की वजह हैरान करने वाली है। पुलिस का दावा है कि पत्नी ने अपने चचेरे भाई से ही पति की हत्या करवाई और उसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए 2 और रिश्तेदारों की मदद ली। सभी ने शव को घर से कुछ दूर पर ही फेंक दिया। इसके बाद अपने जुर्म को छिपाने शव फेंके गए जगह से अस्पताल लेकर पहुंच गई। ताकि किसी को भी उसपर शक न हो। पुलिस ने हत्या के इस मामले में पत्नी सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

पुलिस के मुताबिक बैतूल के गोविंद काॅलोनी आमला निवासी 33 साल की संगीता पति युवराज परिहार ने पुलिस को सूचना दी थी कि उसका पति कहीं गायब हो गया है। संगीता ने पुलिस को बताया था कि युवराज ड्यूटी से आने के बाद घर आया और फिर कहीं गया। इसके बाद वापस नहीं लौटा। दूसरे दिन उसकी लाश घर के पास ही पड़ी मिली थी। जांच में पता चला कि युवराज की हत्या की गई है। संगीता ने रिश्ते के भाई मनोहर को रस्सी दी और उससे ही अपने पति का गला घुंटवाया था।

बैतूल एसडीओपी मुलताई नम्रता सोंधिया ने बाया कि पीएम रिपोर्ट में हत्या का खुलासा हुआ। इसके बाद एक जांच टीम गठित की गई। जांच में पता चला कि युवराज के गले के अलावा कहीं पर भी चोंट के निशान नहीं हैं। लाश भी घर से 15 से 20 मीटर की दूरी पर पड़ी मिली थी। पुलिस को जांच में पता चला कि युवराज की 11 दिसंबर 2021 को आमला कोर्ट में चेक बाउंस को लेकर पेशी थी। इसी मामले में राजीनामा के लिए मृतक की मां चुनिया बाई ने अपने रिश्तेदार कैलाश देशमुख निवासी पोहर और मनोहर कालभोर निवासी जौलखेड़ा को रुपए लेकर घर बुलवाया था। कैलाश तो काम होने पर गांव लौट गया, लेकिन मनोहर वहीं रुक गया।

पुलिस ने मनोहर को संदिग्ध मानकर उससे पूछताछ की। इसके बाद वारदात का खुलासा हुआ। मनोहर ने पुलिस को बताया कि घर पर युवराज का पत्नी संगीता से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसपर युवराज ने संगीता को जूता फेंककर मार दिया। इतना ही नहीं युवराज संगीता का गला दबाने लगा। इसपर मनोहर ने बीच बचाव किया तो उसे भी गालियां देने लगा। इसपर मनोहर ने युवराज को पटक दिया और पत्नी ने पास ही पड़ी रस्सी उसे दी, जिससे मनोहर ने उसका गला दबा दिया। इससे युवराज की मौत हो गई। इसके बाद दोस्तों की मदद से शव को ठिकाने लगाने के लिए उसे घर के पास ही बबूल पेड़ के नीचे फेंक दिया।