बनाएं अपने दांपत्य जीवन को खुशहाल

शादी के बाद हर कोई चाहता है कि उसका वैवाहिक जीवन खुशहाल रहे। हालांकि वे यह नहीं समझ पाते कि इस रिश्ते में हमेशा मधुरता कैसे कायम रखी जाए। रिलेशनशिप एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि वैवाहिक जीवन में मधुरता बनाए रखने के लिए सबसे जरूरी है कि पति-पत्नी अपने रिश्ते में कभी भी अहंकार न आने दें और न ही कभी एक-दूसरे को कमतर दिखाने की कोशिश करें।

साथी हाथ बढ़ाना

यदि संभव हो तो घर के कामकाज में प्रतिदिन अपने साथी का हाथ बंटाएं। इससे काम जल्दी और आसानी से तो होता ही है। साथ ही प्यार भी गहरा होता है। यदि आप बहुत व्यस्त रहते हैं और आपके पास इतना समय नहीं होता कि खाना बनाने में पत्नी की मदद कर पाएं तो कोई बात नहीं। छु˜ी के दिन सब्जी काटने या सलाद बनाने में तो पत्नी की हेल्प कर ही सकते हैं। इसके अलावा जब भी आपको मौका मिले, पत्नी के लिए एक कप गरमागरम चाय या कॉफी बनाकर दें। इससे आपका साथी के चेहरे पर कितनी मुस्कान आती है, इतना करके तो देखिए।

संपर्क बनाए रखिए

आप चाहे घर में हों या कार्यस्थल पर या फिर शहर से बाहर, दिन में कम से कम एक बार अपने साथी बात अवश्य करें। अपने पार्टनर से बात करके यह जानने की कोशिश करें कि उसका दिन कैसा गुजरा, वह ठीक तो है। उसके मन में कहीं उदासी का भाव तो नहीं पनप रहा है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि छोटी-छोटी बातें करते रहने से रिश्ते में आत्मीयता बनी रहती है। कई बार तो बड़ी से बड़ी समस्या का हल भी आपसी बातचीत से निकल आता है।

सकारात्मक नजरिया

अगर आपकी नजर हमेशा अपने साथी के गलत कामों पर रहेगी तो यकीन मानिए आपको कुछ न कुछ गलती मिलती ही रहेगी। धीरे-धीरे आपके मन में साथी के प्रति असंतोष घर करता जाएगा। इसके विपरीत जब आप अच्छी बातों पर गौर करते हैं तो आपको केवल अच्छाई ही दिखाई देगी। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि आप क्या देखना पसंद करते हैं, यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है। सफल पति-पत्नी हमेशा सकारात्मक नजरिया रखते हैं और वे एक-दूसरे की अच्छी बातों पर ही गौर करते हैं। इसलिए हमेशा सकारात्मक नजरिया ही रखें। इससे दांपत्य जीवन में मजबूती आएगी।

एक-दूसरे पर विश्वास

दांपत्य जीवन सुखमय हो, इसके लिए जरूरी है कि अपने पार्टनर पर विश्वास बनाए रखा जाए। विश्वास जीवन के मुश्किल हालात से भी निपटने में सक्षम बनाता है। आमतौर पर जरा सी परेशानी आने पर लोग एक-दूसरे पर दोष मढ़ने लगते हैं। उनको लगता है कि एक-दूसरे पर दोष मढ़कर अपने दायित्व से छु˜ी मिल जाएगी। यह प्रवृति ठीक नहीं है। इससे हमेशा बचने की कोशिश करनी चाहिए।

खुलकर करें बात

दांपत्य जीवन में कभी-कभी लोग छोटी-छोटी बातों को भी बड़ा मुद्दा बना लेते हैं। इसका नतीजा यह होता है कि दोनों एक-दूसरे से खफा हो जाते हैं। कभी-कभी यह चुप्पी बहुत विस्फोटक हो जाती है और जरा सी बात पर दोनों घर को मैदान ए जंग बना लेते हैं। इसलिए कभी भी ऐसी स्थिति न आए कि आपसी बातचीत बंद होने की नौबत आ जाए। अगर कभी ऐसी नौबत आ भी जाए तो अपने साथी से अपनी ओर से पहल करते हुए हर मसले पर खुलकर बात करें।

पसंद-नापसंद भी बताएं

आपको अपने साथी की कौन सी बात या व्यवहार सबसे ज्यादा पसंद आता है और किस बात से आपको अरुचि होती है। इस संदर्भ में आपस में अवश्य बात करें। मनोवैज्ञानिकों के अनुसार एक दिन में तो कोई अपने व्यवहार में परिवर्तन नहीं ला सकता है, लेकिन धीरे-धीरे आदतों और व्यवहार में परिवर्तन लाया जा सकता है। जब तक दोनों एक-दूसरे को अपनी पसंद-नापसंद नहीं बताएंगे तो कोई कैसे जानेगा कि किसे क्या पसंद है और क्या नहीं।

सरप्राइज गिफ्ट दे

केवल शादी की सालगिरह या साथी के जन्मदिन पर ही गिफ्ट दिया जा सकता है। इस सोच से बाहर निकलें। गिफ्ट देने के लिए जरूरी नहीं है कि बड़े अवसरों की प्रतीक्षा की जाए। कभी भी अपने साथी को गिफ्ट देकर उसकी खुशी को दोगुना कर सकते हैं। अगर आप यह सोचते हैं कि केवल महंगे गिफ्ट ही पार्टनर को प्रसन्न कर सकते हैं तो इस सोच से बाहर निकलें। गिफ्ट कैसा भी हो, वह खुशी ही देता है।