OMG : गर्मी ने लोगों को बना दिया चोर… यहां पानी चुराने के जुर्म में दर्ज हो गई FIR

फटाफट डेस्क. देश में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है और उत्तर भारत के कई राज्यों में लोग पानी की भारी कमी से जूझ रहे हैं. वहीं गुजरात में पानी चुराए जाने पर एक शख्स पुलिस थाने पहुंच गया. 

गुजरात के बनासकांठा में पानी की चोरी को लेकर पुलिस ने केस दर्ज किया है. जी हां ये सुनकर आपको थोड़ी हैरानी जरूर हो सकती है लेकिन ये पूरी तरह सच है.

बनासकांठा जिले में पानी चोरी का अजीबोगरीब मामला सामने आया है. सूखे की स्थिति में खुद के लिए और मवेशियों के लिए किसानों ने पाइप लाइन के जरिए पानी की व्यवस्था की है. आरोप है कि पानी के पाइप में छेद कर पानी चुराया जा रहा.

चूंकि वहां सरकारी वाटर सप्लाई पाइपलाइन के जरिए पानी पहुंचायी जा रही थी, इसलिए वाव तहसील के तीर्थगाव के लोगों ने पुलिस थाने में पानी चोरी का मामला दर्ज कराया है.

पानी चोरी का आरोप 15 लोगों सहित गांव की महिला सरपंच हंसाबहन ठाकोर पर लगा है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच ने पीने के पानी के पाइपलाइन में छेद कर अपने गांव के लोगों को पानी चोरी में सहयोग दिया था.

इस मामले में सरकार की तरफ से जल विभाग के कर्मचारी खानाभाई शंकरभाई पटेल फरियादी बने हैं और उन्होंने ही थाने में शिकायत दर्ज कराई है.

बता दें कि भारतीय दंड सहिता धारा 379 के तहत चोरी को आपराधिक मामला माना जाता है और ऐसे में दोषी पाए जाने पर छह महीने की जेल हो सकती हैं.

पानी चोरी का दूसरा मामला थराद पुलिस स्टेशन में भी दर्ज किया गया है. जल विभाग की तरफ से पानी चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई है. इस शिकायत में कहा गया है कि सवपुरा, हाथवाड़ा, मांगरोल,और भोरडू गांव के सात किसानों ने पानी की पाइपलाइन में छेद करके पानी की चोरी की है.

यह चोरी भी आपराधिक मामला माना गया है और सरकार की ओर से सुपरवाइजर दीपाभाई हरचंदभाई पटेल ने 7 किसानों के खिलाफ थराद पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है.

गुजरात में क्यों हो रही है पानी की चोरी

गुजरात के जिस इलाके में पानी चोरी की शिकायत आ रही है वो इलाका पाकिस्तान सीमा के रण क्षेत्र से जुड़ा हुआ है. गर्मी की शुरुआत में ही बनासकांठा जिले के सभी रण क्षेत्रों में पानी का संकट गहरा जाता है.

लोगों को पानी देने वाले नर्मदा और सुजलाम-सुफलाम नहर में भी पानी की कमी हो जाती है. एक तरफ जहां नहरों के सूखने से जल संकट पैदा हो जाता है वहीं दूसरी तरफ गर्मी बढ़ने के साथ ही पानी की खपत भी बढ़ जाती है.

बनासकांठा जिले में गर्मी की शुरुआत के साथ ही पानी की कमी हो जाती है और लोग पीने के पानी के लिए खासकर सीमावर्ती इलाकों में भटकते रहते हैं. यही वजह है कि सीमावर्ती क्षेत्र के लोग पीने के पानी के लिए मजबूरी में चोरी भी कर लेते हैं.