फोन पर दिखे ये संकेत तो समझ लीजिए छुपा बैठा है वायरस, गूगल ने खुद बताया है सेफ रहने के तरीके

नई दिल्ली। लाइफ जैसे-जैसे डिजिटल होती जा रही है, वैसे ही हैकिंग का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है। आजकल के हैकर्स हैकिंग के ऐसे एडवांस तरीके अपना रहे हैं जिससे कि लोगों को पता नहीं चल पाता है कि उनके साथ खेल हो चुका है। हैकर्स और दूसरे स्पैमर बिना सोचे-समझे पीड़ितों का शोषण करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इन हैकर्स का मकसद बैंकिंग जानकारी चुराना या किसी अन्य नापाक एजेंडे को आगे बढ़ाना होता है, लेकिन अच्छी बात ये है कि Google ने एंड्रॉयड पर मैलवेयर से निपटने और यहां तक कि उसे हटाने के तरीके प्रदान किए हैं।

लेकिन तरीके जानने से पहले आइए हम आपको उन संकेत के बारे में बताते हैं, जो अगर आपको फोन पर दिखे तो मतलब कि आपके फोन में मैलवेयर या वायरस घुस चुका है।

कैसे पता चलेगा कि फोन पर हो चुकी है हैकिंग

1- अगर Google आपके अकाउंट को साइन आउट कर देता है तो ये एक बड़ा संकेत हो सकता है कि आपका फोन हैकर के हाथ लग चुका है। हालांकि साइन आउट क्यों हुआ है कि इसे ज़रूर चेक कर लें।

2- अगर आपको फोन में कुछ ऐसे पॉप-अप और विज्ञापन दिखते हैं जो वहां नहीं होने चाहिए, तो हैक हो जाने का चांस है।

3- अगर आप ये महसूस करते हैं कि आपका फोन काफी स्लो चल रहा है तो आपको चेक करना चाहिए कि ये किस तरह की एक्टिविटी से ऐसा हो रहा है।

4- अगर आपको ये लगने लगे कि कोई चीज़ आपके डिवाइस पर बड़ी मात्रा में जगह घेरने लगी है। यानी कि अचानक से स्टोरेज कम होने लगी है तो आपको देखना होगा कि ऐसा क्यों हो रहा है, क्योंकि कई बार हैकर बिना परमिशन के फोन में कुछ डाउनलोड कर देते हैं।

5- आपका ब्राउज़र अलग-अलग वेबसाइट या एडल्ट कंटेंट पर रीडायरेक्ट करने लगे तो समझ लीजिए कि आपके फोन के साथ-साथ छेड़छाड़ की जा रही है।

6-अगर आपके दोस्तों और परिवार को ऐसे मैसेज मिल होते हैं जो आपने कभी नहीं भेजे तो यकीनन आपके फोन को एक्सेस कोई और भी कर रहा है।

कैसे करना है बचाव?

गूगल सलाह देता है कि आप सुनिश्चित करें कि आपका प्ले प्रोटेक्ट ऑन है। ऐसा प्ले स्टोर में किया जा सकता है। इसके लिए आपको प्ले स्टोर पर जाना होगा, इसके बाद प्रोफाइल आइकन पर टैप करना होगा, और फिर प्ले प्रोटेक्ट पर टैप करें। इसके बाद आपको सेटिंग्स पर क्लिक करना होगा और प्ले प्रोटेक्ट के साथ स्कैम ऐप्स को चालू करें।

गूगल का कहना है कि डिवाइस सॉफ्टवेयर को लेटेस्ट उपलब्ध वर्जन में अपडेट रखें। अगर आपका डिवाइस सपोर्ट अवधि से ज़्यादा हो गया है और अब सिक्योरिटी अपडेट प्राप्त नहीं करता है, तो लेटेस्ट अपडेट पर शिफ्ट होने के बारे में सोचें।

गूगल प्ले के अलावा बाहर से ऐप्स इंस्टॉल करने से बचें। इसके अलावा इंटरनेट पर पाए जाने वाले APK को भी इंस्टॉल नहीं करना चाहिए। अगर किसी वेबसाइट पर पेड ऐप्स मुफ्त में उपलब्ध है तो उसे इंस्टॉल करने से बचना चाहिए।

गूगल आपको खतरों की पहचान करने के लिए सुरक्षा जांच करने की अनुमति देता है। अपने एंड्रॉयड फोन या टैबलेट पर, अपनी किसी भी सुरक्षा समस्या के समाधान के लिए इस वेबसाइट /myaccount.google.com/ security-checkup?pli=1 पर जा सकते हैं।