आसानी से काम से भटक जाता है ध्‍यान, यानी जीनियस हैं आप

दोपहर के तीन बज गए है लेकिन आप अपने काम पर ध्‍यान केंद्रित नहीं कर पा रहे हैं। आपके कल सुबह तक खत्‍म करने के लिए एक बड़ा प्रोजेक्‍ट है लेकिन हर चीज आपका ध्‍यान भटका रही है, फोन की आवाज, दो सहकर्मियों के बीच की बातचीत और यहां तक कि आपके डेस्‍क पर बिखरे पड़े पेपर्स भी। यूं तो हर किसी के साथ यहां-वहां ध्‍यान भटकने की स्थिति रहते है लेकिन यदि आपके साथ यह हर समय होता है तो डरि‍ए नहीं।

वैज्ञानिक शोध के अनुसार बुद्धिमान लोगों के दिमाग में नए और एक्‍साइटिंग आइडियाज चलते रहते हैं, इसलिए उन्‍हें फोकस करने में ज्‍यादा परेशानी होती है। वर्कप्‍लेस सॉल्‍यूशंस कंपनी स्‍टीलकेस ने 17 देशों के 10 हजार कर्मचारियों पर यह जांच की और पाया कि अधिकांश लोगों को ऑफ‍िस में कॉन्‍सन्‍ट्रेट करना मुश्किल होता है। प्रतिभागियों का कहना था कि उनका ध्‍यान हर तीन मिनट में भटक जाता है।
अध्‍ययन में पाया गया कि औसत कर्मचारी हर दो मिनट में अपने ईमेल्‍स चेक करते हैं और एक ही समय में अपने कम्‍प्‍यूटर पर आठ प्रोग्राम्‍स ओपन रखते हैं। एम्‍प्‍लॉयर्स हमेशा प्रत‍िभाशाली लोगों की तलाश में रहते हैं, हालांकि मल्‍टीपल टास्‍क और ऑफ‍िस के डिस्‍ट्रेक्‍शंस स्‍मार्ट लोगों को प्रभावित करते हैं। जिस तरह से हम काम करते है, उसका तरीका तेजी से बदल रहा है और दिमाग भी तनाव और भटकाव की स्थिति में आ जाता है जिसके कारण ओवरलोड होता है। आंकड़े बताते हैं कि वर्कप्‍लेस पर ड‍िस्‍ट्रेक्‍शंस तेजी से बढ़ा है।
शोधकर्ताओं ने यह भी कहा कि ज्‍यादा चतुर कर्मचारियों को फोकस करने में ज्‍यादा परेशानी होती है जिसके कारण उनके मन में अपर्याप्‍तता और वर्कलोड को डील करने की अयोग्‍यता जैसी फ‍ीलिंग्‍स होती है। साथ ही प्रतिभाशाली लोग खुद के और अपने बॉस के एक्‍सपेक्‍टेशन पूरी करने में चूक जाते हैं।
इसलिए अगली बार अगर आपको शोरशराबे या किस तरह के डिस्‍ट्रेक्‍शन में काम करने में परेशानी हो तो समझ जाएं कि आपके अंदर एक जीनियस है।