कांग्रेस भवन को लेकर ऐसी सियासत आपने देखी नहीं होगी.. क्योकि ये सरगुजा है!

अम्बिकापुर. अम्बिकापुर मे बनने वाले कांग्रेस भवन मे बीते मंगलवार को नाटकीय घटनाक्रम मे भवन निर्माण का काम रूकवा दिया गया.. फिर कुछ देर बाद चालू भी हो गया. लेकिन कल निर्माण मे उपयोग होने वाली जिस गिट्टी को खराब बतातर कांग्रेस के एक गुट ने ठेकेदार के काम पर सवाल खडा किया था.. आज दूसरे कांगेस गुट के नेताओं ने उसी ठेकेदार को इसलिए सम्मानित किया कि वो बहुत मजबूत और जल्दी निर्माण कर रहे हैं.. खैर कुछ भी हो कांग्रेस भवन के बहाने ही सही कांग्रेस नेता अंदरूनी खींचतान को सार्वजनिक करने का काम कर रहे हैं..

शहर के घडी चौक के पास राजीव भवन कांग्रेस कार्यालय के तीसरी मंजिल कि ढलाई पूरी हो गई .. और इसके ठेकेदार प्रमोद टोप्पो का कुछ कांग्रेसी नेताओं ने साल श्री फल से स्वागत किया.. स्वागत करने वाले मंत्री अमरजीत गुट के कांग्रेस नेताओं की ये दलील हैं कि बहुत ही कम समय में बहुत ही मजबूत निर्माण हुआ है.. इसलिए ठेकेदार को साल और श्रीफल से सम्मानित किया गया… लेकिन इसी मजबूत निर्माण की नींव कांग्रेस के पैलेस गुट के नेताओं और खुद कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने मंगलवार तब खोदी थी. जब भवन के तीसरी मंजिल की ढलाई मे उपयोग होने वाली गिट्टी को गुणवत्ता विहीन बताकर निर्माण रूकवा दिया गया था. जिसके बाद मंत्री अमरजीत गुट और पैलेस गुट के नेताओ का धीरे-धीरे निर्माणाधीन कांग्रेस कार्यालय मे जमावड़ा लगने लगा.. कुछ देर तक काम रूका रहा.. दोनो गुटों मे अनबन चलती रही.. हालांकि बाद में गिट्टी की दूसरी खेप मंगाकर काम शुरू कराया गया..

गौरतलब है प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव के अगले महीने मुख्य मंत्री बनने वाले हैं. ऐसी चर्चा इसलिए तेज है क्योंकि जिस ढाई साल का हल्ला सरकार बनने के शुरूआती दिनो मे हुआ था.. वो ढाई साल अगले महीने पूरा होने वाला है.. ऐसे मे कांग्रेस के भीतर ही उनका विरोधी कुनबा कांगेस भवन के बहाने कहीं उनको उकसाने मे तो नहीं लगा है ? या फिर दूसरा कुनबा इस बात को लेकर उनको मुह चिढा रहा है कि जो कांग्रेस भवन आजादी के बाद पैसेल परिसर से बाहर नहीं आया… वो उनके विधायक अमरजीत भगत के मंत्री बनने के बाद पैसेल की चारदिवारी से बाहर आ गया है..

जानकारी के मुताबिक अम्बिकापुर के जिस स्थान पर राजीव भवन का निर्माण हो रहा है. उस जगह पर पूर्व मुख्य मंत्री अजीत जोगी ने मुख्य मंत्री बनने के बाद कांग्रेस कार्यालय बनाने की नींव रखी थी. कुछ दिन भवन का काम चला.. नीव और पीलर खडे हो गए.. लेकिन फिर जोगी सरकार जाने के बाद कांग्रेस कार्यालय का काम रूक गया.. और उसके बाद अब स्वर्गीय अजीत जोगी को अपना राजनैतिक गुरू मानने वाले मंत्री अमरजीत भगत इस भवन के जल्द निर्माण को लेकर काफी उत्साहित हैं. यही वजह है कि अपने कार्यकर्ता की मदद से वो भवन निर्माण के बेहतर निर्माण पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.. और भवन निर्माण के लिए 11 लाख रुपए की सहयोग राशि भी प्रभारी मंत्री शिव डहरिया को दे चुके हैं…