छत्तीसगढ़: कुछ ही घंटों में वन अमले ने काट दिए 300 पेड़… कोल प्रभावित गांव में पेड़ों की कटाई का ग्रामीणों ने किया विरोध!

अम्बिकापुर (उदयपुर/क्रांति रावत)। कोल प्रभावित ग्राम साल्ही, जनार्दनपुर में वन अमला द्वारा पेड़ों की कटाई का काम मंगलवार को शुरू किया गया। जिसका ग्राम साल्ही हरिहरपुर और फतेहपुर के ग्रामीणों ने जमकर विरोध दर्ज कराते हुए पेड़ों की कटाई का काम रोक दिया है।
   
एक ओर जहां सरगुजा जिले के ग्रामीणों द्वारा परसा कोल खदान का लगातार विरोध किया जा रहा है। धरना प्रदर्शन भी इस बारे में जारी है तो वहीं इसी कोल परियोजना के सूरजपुर जिले में आने वाले प्रभावित ग्राम जनार्दनपुर के जंगल में कटाई का काम मंगलवार को वन विभाग द्वारा शुरू किया गया था।
   
लोगों की जब आंख खुली तो देखा कि चारों और जंगल में पेड़ कटे हुए पड़े हुए हैं। इसे देखते हुए ग्रामीणों का आक्रोश भड़क उठा और पेड़ों की कटाई में लगे लोगों को पेड़ काटने से सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर मना किया।
   
पेड़ काटने से रोके जाने के बाद सूरजपुर जिला प्रशासन के लोग ग्राम साल्ही, जनार्दनपुर के जंगल पहुंच गए और ग्रामीणों से बातचीत करने लगे परंतु प्रशासन और ग्रामीणों के बीच बातचीत का नतीजा नहीं निकला। ग्रामीणों ने एक सुर में कहा हम किसी भी सूरत में जंगल नहीं कटने देंगे। गौरतलब है कि सरगुजा जिले का साल्ही और सूरजपुर जिले का जनार्दनपुर का जंगल आपस में लगा हुआ है।
  
इस बारे में बात करने पर रामानुजनगर वन परिक्षेत्राधिकारी आरसी प्रजापति ने बताया कि मंगलवार को लगभग 300 पेड़ों की कटाई की गई है। ग्रामीणों द्वारा विरोध किये जाने के बाद पेड़ों की कटाई का काम फिलहाल बन्द किया गया है। कुल 1586 पेड़ों को काटे जाने की बात भी वनपरिक्षेत्राधिकारी द्वारा बताई गई है। साथ ही उन्होंने ने कहा उच्चाधिकारियों से निर्देश प्राप्त होने के बाद आगे कि कार्यवाही की जाएगी।
 
ग्राम साल्ही जनार्दनपुर जंगल में इस दौरान लगभग 50 से अधिक की संख्या में पुलिस बल, चौकी तारा प्रभारी के नेतृत्व तैनात रहे। बातचीत के लिए पहुंचे अधिकारियों में एसडीएम सूरजपुर, एसडीओपी प्रेमनगर, तहसीलदार तथा अन्य लोग मौजूद रहे।