कचरा मुक्त अम्बिकापुर शहर कब बनेगा गड्ढा मुक्त.. इसलिए परिवार संग सड़क पर बैठ गए ये पार्षद

अम्बिकापुर..(पारसनाथ सिंह).. नगर के मुख्य मार्गों और चौक-चौराहों के सडक की जर्जर हालत किसी से छिपी नहीं है.. और यही वजह है की आये दिन यहाँ दुर्घटनाएं होती रहती है, लोग चोटिल होते रहते हैं… और इसी गड्ढा रहित सडक से अस्पताल इलाज कराने जाते है.. सडक को लेकर निगम की सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर राजनीती भी होती है.. लेकिन सडक की तस्वीर नहीं बदलती… और इसी बदहाल सडक को लेकर आज भाजपा के महिला पार्षद अपने परिवार संग बरसती बारिश के बीच सडक पर धरने पर बैठ गए… हालाँकि सुचना मिलने पर प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचा और सडक के जख्म को भरने वाला आश्वासन देकर चले गए…

दरअसल अम्बिकापुर नगर निगम क्षेत्र के मुख्य मार्ग अम्बेडकर चौक, भगवानपुर-बनारस मार्ग सहित शहर के अंदर ऐसे कई चौक-चौराहे है.. जहाँ की सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है. जिसमे आवागमन करने वाले लोग आये दिन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं… शहर के अंदर गड्ढों की वजह से तो दुर्घटनाएं जैसे आम बात हो गई है… लेकिन इन सबके बीच गौर करने वाली बात तो ये है की दुर्घटना में घायल हुआ व्यक्ति भी गड्ढों भरी सडक से अस्पताल जाता है… इस मसले पर निगम में कई बार निगम में सवाल उठायें गए हैं… लेकिन निगम के इस उदासीन रवैये से ऐसा लगता है की इनको कोई मतलब ही नहीं है… और इसी मामले को लेकर आज भाजपा के पूर्व पार्षद रविन्द्र गुप्त और वर्तमान पार्षद अनिता रविन्द्र गुप्त अपने छोटे बच्चे के साथ बारिश में भीगते सडक पर धरने पर बैठ गए….

इधर बदहाल सडक को लेकर धरने पर बैठे पार्षद के साथ निगम के नेता प्रतिपक्ष प्रमोद मिंज के साथ अन्य भाजपा नेता भी समर्थन में बरसती बारिश में सडक पर बैठ गए… इधर प्रशासन को जब धरना प्रदर्शन की सुचना हुई तो मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठे पार्षद को समझाने का प्रयास किया.. और आगामी सप्ताह तक सडक के गड्ढों की मरम्मत के आश्वाशन पर धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ….

बहरहाल शहर की उखडती सडक को लेकर पार्षद ने अपने परिवार संग बीच सडक पर बैठकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारीयों को तो आइना दिखा दिया.. अब देखना होगा की कचरा मुक्त शहर का तमगा हासिल कर चुके अम्बिकापुर शहर को गड्ढा मुक्त होने का सौभाग्य कब मिलता है..